• Breaking News

    अमित शाह ने जेठमलानी को BJP से निष्कासित पर जताया खेद


    WAORS/हिंदी न्यूज़ ⁄ राष्ट्रिय ⁄समाचार /नई दिल्ली 

    राम जेठमलानी देश के वरिष्ठ वकीलों में उनका नाम है | राम जेठमलानी का बीजेपी से नाराजगी पर उनका रुख नर्म होती दिख रही है | साल 2013 में बीजेपी ने वरिष्ठ अधिवक्ता और राज्यसभा सदस्य राम जेठमलानी को अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था. अब बीजेपी और राम जेठमलानी ने संयुक्त रूप से दिल्ली पटियाला कोर्ट में इस मुकदमे को खत्म करने के लिए आवेदन दिया है |

    ये भी पढ़े:-अयोध्या आज 26वीं बरसी है विवादित ढांचे के ध्वंस की ,सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

    50 लाख का मुआवजा

    2013 में बीजेपी से निष्कासन के बाद राम जेठमलानी ने अदालत में मुकदमा दायर किया था. जेठमलानी ने 50 लाख का मुआवजा भी मांगा था |


    ये भी पढ़े :-सीतामढ़ी :संविधान बचाओ-धर्मनिरपेक्षता बचाओ दिवस मनाया गया

    अमित शाह ने खेद जताया 

    95 साल के राम जेठमलानी और बीजेपी ने अदालत से संयुक्त रूप से दरख्वास्त की है कि आपसी सुलह से समझौते के लिए एक आदेश पारित किया जाए. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने जेठमलानी पर कार्रवाई के लिए खेद जताया है|


    ये भी पढ़े :-ब्रेकिंग न्यूज :सीतामढ़ी देर शाम बैरगिनिया बालू सीमेंट व्यवसायी को गोली मारी

     जिला न्यायाधीश समक्ष आज सुनवाई होगी 

    इस आवेदन पर अतिरिक्त जिला न्यायाधीश सुमित दास के समक्ष शुक्रवार को सुनवाई हो सकती है. संयुक्त अर्जी में कहा गया कि प्रतिवादी नंबर एक 'पार्टी' के अध्यक्ष अमित शाह ने महासचिव प्रतिवादी नंबर एक 'पार्टी' के महासचिव भूपेंद्र यादव संग वादी से मुलाकात की।

    ये भी पढ़े :-ब्रेकिंग न्यूज :सीतामढ़ी डुमरा रोड पर ट्रक और मोटरसाइकिल का टक्कर

    बीजेपी ने जेठमलानी के योगदान को स्वीकार किया

    रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी ने पार्टी के विकास में राम जेठमलानी के योगदान को स्वीकार किया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और महासचिव भूपेन्द्र यादव ने स्वीकार किया है कि राम जेठमलानी बीजेपी के संस्थापक वाइस प्रेसिडेंट रहे हैं, और पार्टी के विकास के लिए उन्होंने अनवरत काम किया है |

    ये भी पढ़े :-दिल्लीवालों प्रदूषित हवा में सांस लेने को मजबूर ,प्रतिरोधी तंत्र फेल

    जेठमलानी केंद्रीय कानून मंत्री थे

    अदालत को दिए आवेदन में कहा गया है कि राम जेठमलानी ने बीजेपी अध्यक्ष और महासचिव द्वारा प्रकट किए खेद को स्वीकार किया है. आवेदन पत्र के मुताबिक दोनों पक्षों ने इस विवाद से जुड़े सभी मुद्दों को आपसी सहमति से सुलझा लिया है. बता दें कि राम जेठमलानी वाजपेयी के प्रधानमंत्री काल में केंद्रीय कानून मंत्री थे. तब वे बीजेपी के जाने-माने नेताओं में शामिल थे |

    Posted By:दीपक कुमार व्याहुत 

    कोई टिप्पणी नहीं

    कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद

    Post Top Ad

    Post Bottom Ad