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    बिहार में बाढ़ ने खोली दी प्रधानमंत्री आवास योजना की पोल ,पक्के मकान के जगह अभी है झोपड़ी


    We News24 Hindi »मुजफ्फरपुर बिहार  

    ब्यूरो संवाददाता सुजीत कुमार भारती           
    मुजफ्फरपुर : भ्रष्टाचार का गढ़ माने जाने वाले बिहार में बाढ़ ने PM आवास और इंदिरा आवास योजना की पोल खोल के रख दी है | पैसा  मिलने के बाद भी पक्के मकान नहीं बनवाया गया। ये बात बाढ़ के कारण उजागर हुआ है |बाढ़ में जिन झोपडिय़ों की गिरने और बहने की बात सामने आई है | उनमे से ज्यादातर झोपडी की जगह पक्के मकान होने चाहिए |क्योकि इनमे से अधिकतर लोगो को आवास योजना का लाभ चूका है।

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    मुजफ्फरपुर जिले के नौ प्रखंड बाढ़ की चपेट में आ गयी है । गाँव के सैकड़ों परिवारों ने पक्के मकान नहीं होने के वजह अपना घर छोड़ दिया है। इन गरीब परिवारों को इंदिरा आवास योजना की राशि तो मिली पर इन्होने घर नहीं बनवाये । इसका मुख्य कारण फैला हुआ भ्रष्टाचार है जो पहली किस्त मिलने पर जनप्रतिनिधियों में बंदरबांट के बाद इतनी राशि नहीं बचती  कि लाभुक लिंटर तक निर्माण करा सके । वहीं, दूसरी तरफ कई लोगो अभी तक को योजना की राशि मिली ही नहीं।

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    जिले के मीनापुर बारा भारती पंचायत के मधुबन कांटी के जगदीश सहनी हों या असर्फी ठाकुर। वर्ष 2017 की बाढ़ में भी इनकी झोपडिय़ां बह गई थीं। मजदूरी कर इसे खड़ा किया था। इस वर्ष बाढ़ में झोपडिय़ां फिर डूब गईं। इन परिवारों को इंदिरा आवास की राशि अब तक नहीं मिली। मूसाचक निवासी जियालाल राम को इंदिरा आवास की राशि मिली थी। पहली किस्त में ही दस हजार 'भेंट' चढ़ानी पड़ी। आगे निर्माण के लायक पैसा नहीं बचा। जो हाथ आया, वह खर्च हो गया। झोपड़ी बनाई जो अब बाढ़ की चपेट में आ गई है। गरीबों के लिए बनीं योजनाएं भ्रष्टतंत्र में फंसकर कैसे दम तोड़ रहीं, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है।
    राज्य स्तर की जांच या शिकायतों के बाद गड़बड़ी की फाइल खुली। मगर, राशि वसूली के लिए 'लाल नोटिस' जारी कर खानापूरी कर ली गई। यह जांच भी नहीं हो पाई कि आखिर किस कारण गरीबों के घर नहीं बने। इससे वे लोग बचे रह गए, जिनके कारण गरीबों को हर साल बाढ़ के बाद अपने नए आशियाना बनाना पड़ता हैं।

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    राशि मिलने के बाद भी निर्माण नहीं करने वाले परिवारों की संख्या
    • प्रथम किस्त मिलने के छह माह बाद भी निर्धारित निर्माण कार्य पूरा नहीं : 14,319
    • प्रथम किस्त मिलने के नौ माह बाद भी निर्धारित निर्माण कार्य पूरा नहीं : 11,000
    • प्रथम किस्त मिलने के 12 माह बाद भी निर्धारित निर्माण कार्य पूरा नहीं : 5,986
    • पहली किस्त मिलने के 90 दिनों बाद भी दूसरी किस्त की राशि नहीं लेने वाले : 7,838
    • दूसरी किस्त मिलने के 90 दिनों बाद भी तीसरी किस्त की राशि नहीं लेने वाले : 6,202
    • तीनों किस्तों की राशि लेने के बाद भी निर्माण पूरा नहीं : 71
    • समय सीमा समाप्त : 632
    अंजली कुमारी द्वारा किया गया पोस्ट

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