बिहार पुलिस के दरोगा कारनामे ,महिला से की फोन पर की अश्लील भरी बाते ,महिला ने SP की शिकायत
We News 24 Hindi »पटना,बिहार
संवाददाता राजकुमार
की रिपोर्ट
पटना: बिहार में अपराधिक घटना में दिनों दिन बढ़ोतरी ही होती जा रही है | बिहार के दुसरे जिले समेत राजधानी पटना में भी अपराधियों का जघन्य अपराध जारी है | अपराधी खुलेआम नौ-नौ गोली मारकर हत्या कर देते है पर पुलिस महकमा कुछ कर नहीं पाती है |
अभी के ताजा मामला बिहार पुलिस के एक दरोगा पर एक महिला से अश्लीलता से बात करने का मामला सामने आया है | दारोगा पर ही अश्लील बात करने का आरोप लगा है। बुद्धा कॉलोनी थाने के दारोगा एसपी चौरसिया के विरुद्ध एक महिला ने केस के बहाने अपने घर पर बुलाने का आरोप लगाया है।
यह भी पढ़ें :BREAKING:सहरसा के पूर्व मुखिया को दिनदहाड़े अपराधियों ने गोली मारकर हत्या
पीड़ित महिला ने एसएसपी गरिमा मलिक से ऑडियो क्लिप के साथ लिखित शिकायत की है। जिसके बाद एएसपी मलिकने (विधि-व्यवस्था) स्वर्ण प्रभात को जांच का जिम्मा सौंप दिया है। इधर, थानाध्यक्ष रवि शंकर सिंह ने दावा किया कि ऑडियो क्लिप में जिस पुरुष की आवाज सुनाई दे रही है, वह दारोगा एसपी चौरसिया की नहीं है।
महिला से कॉल करने पर की अश्लील बातें
महिला ने शिकायत में कहा कि जांच करने वाले दारोगा ने आरोपितों के पक्ष में रिपोर्ट लिख दी है। इसके बाद उसने दारोगा को कॉल किया और पूछा कि आपने मेरा केस क्यों कमजोर कर दिया? दारोगा ने कहा- 'तुमको डेरा पर बुलाए थे, तुम आई ही नहीं।' महिला ने फिर पूछा - 'मैं डेरा पर क्यों आती?' दारोगा बोला - 'बुलाए थे न हम।
यह भी पढ़ें :शौहर को चाहिए थी गोरी बीवी मिल गयी काली ,शादी के 26 दिन बाद बीवी को तलाक देने की बात कही
क्या था पूरा मामला
आपको बताते चले पिछले महीने गांधी मैदान इलाके में रहने वाली महिला 11 वर्षीय बेटे के साथ बुद्धा कॉलोनी थाना पहुंची थी। उसका बेटा एक निजी स्कूल में पांचवीं कक्षा का छात्र है। छात्र ने पुलिस को बताया था कि स्कूल की शिक्षिका उसके साथ अश्लील हरकत करती थी। जब उसने मां से शिकायत करने की बात कही तो शिक्षिका ने उसकी बर्बरता से पिटाई कर दी। बेटे के शरीर पर पिटाई के निशान देखकर महिला उसे इलाज कराने के लिए पीएमसीएच लेकर गई थी। इसके बाद उसने बुद्धा कॉलोनी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। इस मामले का जांचकर्ता दारोगा एसपी चौरसिया को बनाया गया था। हालांकि स्कूल प्रशासन ने इस मामले को सिरे से खारिज करते हुए इसे फीस का विवाद बताया था।
गौतम कुमार द्वारा किया गया पोस्ट