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    BETTIAH: दोषी पाये गये प्रखंडों के वार्ड सचिव,अध्यक्ष एवं मुखिया के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश

    We News 24 Hindi »हाजीपुर,बिहार 
    राज्य/बेतिया/ब्यूरो संवाददाता दीपक कुमार गुप्ता 

    बेतिया:जिलाधिकारी, डाॅ0 निलेश रामचंद्र देवरे ने कहा कि पेयजल एवं गली-नाली पक्कीकरण योजना में अनियमितता बरतने वाले जनप्रतिनिधियों,अधिकारियों एवं कर्मियों पर अब प्राथमिकी दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि योगापट्टी, बैरिया, मधुबनी, बगहा-01 समेत अन्य प्रखंडों के दोषी पाये गये वार्ड सचिव, अध्यक्ष एवं मुखिया के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाय। 

    इन महत्वपूर्ण योजनाओं में कोताही एवं लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। वे कार्यालय प्रकोष्ठ में जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित कर रहे थे। जिलाधिकारी द्वारा बारी-बारी से सभी प्रखंडों में क्रियान्वित पेयजल एवं गली-नाली पक्कीकरण योजनाओं की गहन समीक्षा किया गया। 

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    उन्होंने कहा कि नल-जल योजना को मार्च 2020 तक हर हाल में गुणवत्तापूर्वक पूर्ण कर लेना है। उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निदेश दिया कि ऐई, जेई के साथ पेयजल एवं गली-नाली पक्कीकरण योजनाएं जहां-जहां क्रियान्वित हो रही हैं उनका स्थलीय निरीक्षण नियमित रूप से की जाय। उन्होंने कहा कि जिन वार्डों में उक्त योजनाएं अभी भी अपूर्ण है अथवा शुरू नहीं हुआ है, उनका जल्द से जल्द भौतिक जांच करते हुए अविलंब कार्य शुरू करायें। उन्होंने कहा कि कार्य में शिथिलता एवं लापरवाही बरतने वाले ऐई, जेई, कार्यालय सहायक एवं पंचायत सचिवों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें बर्खास्त भी किया जायेगा। 

    कार्य में अनियमितता की शिकायत के आलोक में नियमित जांच करायी जा रही है, दोषियों के विरूद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें बर्खास्त किया जायेगा ।जिलाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निदेश दिया कि दियारा क्षेत्र या फिर जहां आबादी नहीं है वहां उक्त योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं करना है। सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का शत-प्रतिशत अनुपालन करते हुए तीव्र गति से नल जल एवं गली-नाली पक्कीकरण योजनाओं को पूर्ण किया जाय। उन्होंने कहा कि कार्यालय सहायकों को पंचायतों में रहकर ही अपने कर्तव्यों का निवर्हन करना है। अनुपस्थित पाये जाने वाले कार्यालय सहायकों पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की जायेगी। जिलाधिकारी द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारियों को सख्त हिदायत दिया गया है कि वैसे कार्यालय सहायक जो पंचायतों में नहीं रहकर अन्यत्र जगहों पर रहते हैं अथवा दिये गये कार्य के प्रति लापरवाही एवं अनियमितता बरत रहे हैं उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाय। 

    उन्होंने कहा कि पीआरडी के साॅफ्टवेयर पर एमबी अपलोड करने में कार्यालय सहायकों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है जो असंतोषजनक है। उन्होंने संबंधित सभी पदाधिकारियों, कर्मियों को गाईडलाइन के अनुसार तत्परतापूर्वक कार्य को कहा है।उन्होंने कहा कि पेयजल एवं गली-नाली पक्कीकरणयोजनाओं सहित अन्य योजनाओं को तीव्र गति से पूरा करने के लिए लेखापाल-सह-आईटी सहायकों की बहाली कर उन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके साथ ही जल्द ही ऐई और जेई भी जिले को प्राप्त हो जायेंगें, जिससे उक्त योजनाओं का क्रियान्वयन और तेजी से हो सकेगा।उन्होंने कहा कि पेयजल एवं गली-नाली पक्कीकरण योजना सरकार की अति महत्वपूर्ण योजना है। वे स्वयं इन योजनाओं का गहन अनुश्रवण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे स्वयं एक-एक वार्ड में जाकर जांच करेंगे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों, कर्मियों को कार्यप्रणाली में सुधार लाने का निदेश दिया है। अगर कार्यप्रणाली में शीघ्र सुधार नहीं होता है तो कड़ी कार्रवाई की जायेगी। 


    जिलाधिकारी ने कहा कि सभी संबंधित पदाधिकारी, कर्मी पूरी तत्परतापूर्वक अपने कर्तव्यों का निवर्हन कर दिये गये लक्ष्य को ससमय पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि तीन दिन बाद पुनः एक-एक वार्डों की समीक्षा उनके द्वारा की जायेगी।उन्होंने कहा कि जिले में क्रियान्वित पेयजल एवं गली-नाली पक्कीकरण योजना का जिलास्तरीय जांच दल द्वारा लगातार स्थलीय निरीक्षण कराया जा रहा है। जांच दल में वरीय पदाधिकारियों सहितअभियंताओं को भी संलग्न किया है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी इन योजनाओं का गहन निरीक्षण कर रहे हैं। आमलोगों द्वारा भी कार्य में गुणवत्ता के संबंध में लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही है। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के क्रम में वे 20 जनवरी को योगापट्टी प्रखंड के पिपरा नौरंगिया पंचायत में उक्त योजनाओं की जांच किये। जांच के क्रम में यह ज्ञात हुआ है कि कार्य पूर्ण गुणवत्तापूर्ण नहीं हुआ है। इन कार्यों मंे अनियमितता बरतने वाले मुखिया, सचिव एवं वार्ड सदस्य पर प्राथमिकी दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करने का निदेश दिया गया है।

     उन्होंने कहा कि सरकारी राशि का बंदरबाट करने वाले जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं कर्मियों से एक-एक रूपये का हिसाब लिया जायेगा। जांच करायी जा रही हैं दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा। कार्य में लापरवाही बरतने को लेकर मुधबनी एवं मझौलिया बीडीओ से शोकाॅज करने का निदेश दिया गया है। वहीं समीक्षा बैठक में अनुपस्थित रहने को लेकर पिपरासी बीडीओ से भी स्पष्टीकरण हेतु निदेशित किया गया है।समीक्षा बैठक में उप विकास आयुक्त,  रवीन्द्र नाथ प्रसाद सिंह, ओएसडी, बैद्यनाथ प्रसाद, जिला पंचायती राज पदाधिकारी,  विनोद कुमार रजक आदि उपस्थित रहे।

       योगेन्द्र साह द्वारा किया गया पोस्ट   

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