BIHAR:सीतामढ़ी जिले में 72 घंटे की दवा दुकान की हड़ताल,मरीज और परिजन परेशान,देखे वीडियो
We News 24 Hindi »हाजीपुर,बिहार
राज्य/सीतामढ़ी/ब्पयूरो संवाददाता अशफाक खान
सीतामढ़ी: जिले के दवा दुकानदारों अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में बुधवार से दिन दिनों तक दुकानें बंद रखीं। सीतामढ़ी केमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन के तत्वावधान में बिहार केमिस्ट एंड ड्रजिस्ट एसोसिएशन एवं के आह्वान पर दुकानों को बंद रखा गया।
आपको बताते चले की राज्य के थोक थोक एवं खुदरा दवा दुकानों को फार्मेसिस्ट की उपलब्धि एवं तकनीकी गलती के नाम पर विभागीय उत्पीड़न एवं शोषण के विरोध में दिनांक 22 23 एवं 24 जनवरी 2020 को राज्य के सभी खुदरा एवं ठोक दो दवा दुकानदारों का तीन दिवसीय बंदी का एलान किया है |
दवा दुकानदारों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी भी की। जिला एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज कुमार एवं सचिव राजकुमार ने बताया कि अपनी 6 सूत्री मांगों के समर्थन में तिन दिवसीय बंदी की गई। शहर के सभी दबा दुकाने बंद होने से । दवाइयों की इस हड़ताल से मरीजों के साथ साथ उनके परिजनों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
आम लोगों की परेशानी को देखते हुए शहर के 3 स्थानों पर वह प्रत्येक प्रखंडों में एक-एक दवा दुकानें खोलने का निर्णय लिया गया है। शहर में सदर अस्पताल के सामने शबनम मेडिकल हॉल, रिंग बांध पर नंदी पद मेमोरियल हॉस्पिटल परिसर में संचालित मेडिकल हॉल व डुमरा रोड स्थित नवजीवन नर्सिंग होम के सामने ओम मेडिकल हॉल बंदी के दौरान खुली रहेगी।
ये भी पढ़े -DELHI:सुप्रीम कोर्ट ने CAA पर रोक लगाने से किया इनकार ,4 सप्ताह में केंद्र से माँगा जवाब
सीतामढ़ी केमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन की मांग है
- फार्मिस्ट समस्या का जब तक सरकार के द्वारा समाधान नहीं हो जाता है तब तक विभाग द्वारा जारी किए गए सभी अभियुक्त धारी के साथ निरीक्षण के दौरान इस नियम के आर में विभागीय उत्पीड़न एवं शोषण को बंद किया जाए
- दवा दुकानों में निरीक्षण ड्रग एक्ट में परिभाषित फॉर्मेट फॉर्म 35 के अनुसार होना चाहिए निरीक्षण के लिए जारी किए गए विभागीय जापान 262 15 दिनांक 293 2019 को अविलंब निरस्त किया जाए
- निरीक्षण के क्रम में पहली बार तकनीकी गलतियों के ऊपर यदि दवा दुकानदार द्वारा उस गलती को सुधारने का प्रमाण प्रस्तुत किया जाता है तो विभागीय दंड नहीं दिया जाए
- राज्य के दवा दुकानदारों में विभागीय निरीक्षक में एकरूपता एवं पारदर्शिता कायम रखने के लिए नियमानुसार एक मापदंड निर्धारित किया जाए
- विभागीय निरीक्षण का उद्देश्य सुधार करना होना चाहिए ना कि उसके नाम पर उत्पीड़न एवं शोषण किया जाए
- यदि इसके बावजूद भी सरकार के द्वारा उपरोक्त मांगे पर उचित निर्णय नहीं किया जाता है तो हम लोगों का अगला आंदोलन अनिश्चितकालीन बंदी के रूप में होगा
VIDEO
1.
अनिकेत
शर्मा द्वारा किया गया पोस्ट