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    Madhya-Pradesh में आर-पार के मूड में BJP, अगर नहीं हुआ फ्लोर टेस्ट तो उठा सकती है ये कदम

    We News 24 Hindi »मध्यप्रदेश/राज्य
    भोपाल/ब्यूरो रिपोर्ट

    भोपाल: मध्य प्रदेश की राजनीति में अब बेंगलुरु का महत्व काफी बढ़ गया है. दरअसल, सिंधिया समर्थक 19 विधायक जो कांग्रेस के बागी हैं, वे सभी बेंगलुरु में ही ठहरे हैं. इन विधायकों से ही तय होना है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरेगी या बचेगी. सूत्रों की मानें तो इन्हें बेंगलुरु से भोपाल लाने के लिए 3 चार्टर्ड प्लेन तैयार खड़े हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया का एक इशारा होते ही ये विधायक बेंगलुरु से भोपाल के लिए रवाना हो जाएंगे. 


    मध्य प्रदेश विधानसभा की आज की कार्यसूची में फ्लोर टेस्ट का जिक्र नहीं

    इस बात की आशंका जताई जा रही है कि राज्यपाल लालजी टंडन के आदेश के बावजूद मध्य प्रदेश विधानसभा में कमलनाथ सरकार आज बहुतम परीक्षण नहीं करा सकती है. क्योंकि रविवार को मध्य प्रदेश विधानसभा की कार्यसूची जारी हुई जिसमें 16 मार्च को फ्लोर टेस्ट का जिक्र नहीं था. कार्यसूची में सिर्फ राज्यपाल के अभिभाषण और धन्यवाद ज्ञापन का जिक्र किया गया था. आपको बता दें कि राज्यपाल लालजी टंडन ने 16 मार्च को बहुमत परीक्षण का आदेश दिया था

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    फ्लोर टेस्ट नहीं होने पर बागी विधायकों का परेड करवा सकती है भाजपा
    मध्य प्रदेश विधानसभा में फ्लोर टेस्ट नहीं होने की स्थिति में बागी विधायकों की राजभवन में परेड कराई जा सकती है. इससे पहले, रविवार रात 2 बजे हरियाणा के मानेसर से भाजपा के 100 से ज्यादा विधायक भोपाल पहुंच गए. मध्य प्रदेश में सोमवार को विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है. भोपाल में भाजपा विधायकों को रिसीव करने पहुंचे नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव पहुंचे थे. इन सभी विधायकों को भाजपा ने हरियाणा के मानेसर में रखा था. मध्य प्रदेश विधानसभा में 16 मार्च को फ्लोर टेस्ट की संभावना के बीच भाजपा ने अपने विधायकों को भोपाल रवाना कर दिया. 

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    मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि फ्लोर टेस्ट पर स्पीकर प्रजापति लेंगे फैसला
    मध्य प्रदेश विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होगा या नहीं, इस पर अभी सस्पेंस बरकरार है. विधानसभा की कार्य सूची जारी होने के बाद राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री मलनाथ को पत्र लिखकर बहुमत परीक्षण कराने और मशीन की जगह हाथ उठाकर मत विभाजन करवाने के लिए कहा. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रविवार देर रात राजभवन में राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात करने पहुंचे और वहां से निकलकर कहा कि फ्लोर टेस्ट पर फैसला स्पीकर एनपी प्रजापति लेंगे. पहले बेंगलुरु में बंधक बनाकर रखे गए विधायकों को रिहा किया जाए फिर मैं फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हूं. कमलनाथ के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार अल्पमत में है. कमलनाथ फ्लोर टेस्ट करवाएं, फैसला हो जाएगा.

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