HIMACHAL: रिवालसर का ऐतिहासिक मेला भी कोरोना की भेंट
रामशहर (सोलन):यहाँ से करीब 2 कि मी दूरी पर स्थित रिवालसर का ऐतिहासिक मेला हर साल ज्येष्ठ मास के ज्येष्ठ शुक्रवार को होता है और अगले दिन शनिवार को कुश्तियां होती है । इस स्थान का सम्बंध मंडी जिले में स्थित रिवालसर झील से जुड़ा है।
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सदियों पहले इस ऐतिहासिक तालाब में भी रिवालसर झील की तरह ही छोटे छोटे टीले तैरते रहते थे जिस कारण इसका नाम भी रिवालसर पड़ गया और साल में दो बार मेला लगने लगा। एक तो बैसाखी को और दूसरा ज्येष्ठ मास के ज्येष्ठ शुक्रवार को, जिनमे दूर दूर से श्रद्धालु आते है।
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जब से यह मेला शुरू हुआ, पहला अवसर है कि दोनों ही मेले स्थगित हो गए है। मेला कमेटी के सदस्य नंद लाल शर्मा और नारायण दत्त शास्त्री ने बताया कि इस बार कोरोना कहर के चलते मेला कमेटी ने सरकारी अनुदेशो को देखते हुए दोनों ही मेले स्थगित रखने में फैसला लिया है और मेले को लेकर होने वाली सभी तैयारियां स्थगित कर दी है।
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