बिहार में बढ़ी चुनावी सरगर्मी , सभी डी एम से चुनाव आयोग ने मांगी बूथों की रिपोर्ट
We News 24 Hindi »बिहार/राज्य
पटना से अमिताभ मिश्रा की रिपोर्ट।
पटना: इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। निर्वाचन आयोग ने राज्य के सभी जिलों के जिलाधिकारियों को पत्र लिख कर मतदान केंद्रों के भौतिक सत्यापन का निर्देश दिया है।
बिहार निर्वाचन विभाग के उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वैजनाथ कुमार सिंह ने सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डी एम को निर्देश दिया है कि आगामी बिहार विधानसभा आम निर्वाचन-2020 को लेकर मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन करें।
ये भी पढ़े-मास्क लगाये बदमाश रिवाल्वर दिखा कर व्यापारी से एक लाख की लुट लिए ,व्यापारियों में आक्रोश
पत्र में कहा गया है कि चुनाव को लेकर मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन किया जाना है जिसके आधार पर ही मतदान केंद्रों के संबंध में आगे की कार्रवाई की जाएगी। निर्वाचन विभाग ने विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले सभी बूथों का भौतिक सत्यापन कर इसकी रिपोर्ट आगामी 22 जून तक भेजने का निर्देश दिया गया है।
ये भी देखे -VIDEO:सीतामढ़ी पैसे की लेन देन विवाद में युवक की मौत
निर्देश में कहा गया है कि मतदान केंद्रों के भौतिक सत्यापन के क्रम में ही निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत मतदान केंद्र बनने की अहर्ता रखने वाले अन्य उपर्युक्त भवनों को भी चिन्हित कर इसकी सूची मतदान केंद्रवार प्रपत्र दो में संधारित करें। बता दें कि इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से चुनाव आयोग के सामने अलग तरह की परेशानी है। दरअसल, इस संकट में बूथों पर भी सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाना होगा।
लिहाजा सम्भव है कि बूथ की संख्या बढ़ाई जाए। बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने भी बताया है कि कोविड-19 की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करना है। इसको लेकर अगर जरूरत पड़ी तो मतदान केंद्र की संख्या को भी बढ़ाया जा सकता है। क्योंकि एक बूथ पर कम से कम एक हजार वोटर होते हैं।
ये भी पढ़े-VIDEO:महामारी पर अंधविश्वास भारी बिहार-में लोगों ने कोरोना को बनाया देवी , महिलाएं पूजा करके चढ़ा रहीं लड्डू और लौंग
आयोग को वोटर का भी ध्यान रखना है, कोरोना से बचाव के संबंध में जो प्रोटोकॉल है, उसका पालन करना है और सुरक्षित चुनाव भी कराना है। जरूरत पड़ी तो मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाने का भी निर्णय लिया जा सकता है।
आयोग को वोटर का भी ध्यान रखना है, कोरोना से बचाव के संबंध में जो प्रोटोकॉल है, उसका पालन करना है और सुरक्षित चुनाव भी कराना है। जरूरत पड़ी तो मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाने का भी निर्णय लिया जा सकता है।