• Breaking News

    International:चीन और पाकिस्तान मेगा-बांधों के निर्माण के खिलाफ POK मुजफ्फराबाद में विरोध प्रदर्शन ,देखे वीडियो


    We News 24 Hindi »International News


    PoK Neelum Jhelum River Chinese Dam Protest

    मुजफ्फराबाद :(POK),ANI। नीलम-झेलम नदी पर चीनी फर्मों द्वारा बनाए जाने वाले मेगा-बांधों का विरोध करने के लिए सोमवार रात पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) के मुजफ्फराबाद शहर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और मशाल रैली निकाली गई। विरोध प्रदर्शन के दौरान 'दरिया बचाओ, मुजफ्फराबाद बचाओ' (सेव रिवर, सेव मुजफ्फराबाद) कमेटी के प्रदर्शनकारियों ने 'नीलम-झेलम बहने दो , हमें जिंदा रहने दो' जैसे नारे लगाए। बता दें कि रैली में शहर और पीओके के अन्य हिस्सों से एक हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया।

    ये भी पढ़े-खुशखबरी! दरभंगा एयरपोर्ट से 25 अक्टूबर से हो सकती है विमान सेवा शुरू ,यह है शेड्यूल


    ये भी पढ़े-सुशांत सिंह मामले में सिद्धार्थ पिठानी,नीरज और सुशांत के चार्टर्ड अकाउंटेंट से CBI की तीसरे दिन भी पूछताछ जारी

    हाल ही में, पाकिस्तान और चीन ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आज़ाद पट्टन और कोहाला हाइड्रोपावर कंपनी ने निर्माण के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे। चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) के हिस्से के रूप में 700.7 मेगावाट बिजली की आजाद पट्टन हाइड्रो प्रॉजेक्ट पर 6 जुलाई, 2020 को हस्ताक्षर किए गए थे। 1.54 बिलियन डॉलर की परियोजनाएं चीन जियोझाबा कंपनी (CGGC) द्वारा प्रायोजित की जाएंगी।


    ये भी पढ़े-बिहार के नियोजित शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ किया आंदोलन का ऐलान, पांच सितंबर को मनाएंगे अपमान दिवस

    वहीं, कोहाला हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट जो झेलम नदी पर बनाया जाएगा, पीओके के सुधनोटी जिले में आज़ाद पट्टन पुल से लगभग 7 किमी और पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से 90 किमी दूर है। वर्ष 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है, यह परियोजना चीन थ्री गोरजेस कॉर्पोरेशन, इंटरनेशनल फाइनेंस कॉर्पोरेशन (IFC) और सिल्क बोर्ड फंड द्वारा प्रायोजित की जाएगी। इस प्रॉजेक्ट की मदद से देश में बिजली सस्ती हो सकती है। वहीं, एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हमें कोहाला प्रॉजेक्‍ट की तरफ प्रदर्शन करना चाहिए और इसे तब तक जारी रखना चाहिए जब तक इसे रोक नहीं दिया जाता।

    Header%2BAidWhats App पर न्यूज़ Updates पाने के लिए हमारे नंबर 9599389900 को अपने मोबाईल में सेव  करके इस नंबर पर मिस्ड कॉल करें। फेसबुक-टिवटर पर हमसे जुड़ने के लिए https://www.facebook.com/wenews24hindi और https://twitter.com/Waors2 पर  क्लिक करें और पेज को लाइक करें


    बता दें कि चीन और पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के मद्देनजर पीओके और गिलगित बाल्टिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों को पाकिस्तान और चीन संयुक्त रूप से कब्जा करके खराब कर रहे हैं। कब्जे वाले क्षेत्रों में पाकिस्तान और चीन के खिलाफ नाराजगी अधिक है। इससे पहले 12 अगस्त को भी क्षेत्र की नीलम-झेलम नदी पर बांध निर्माण के विरोध में शहर के लोगों ने मशाल रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। काफी समय से गुलाम कश्मीर (PoK) की जनता चीन की कंपनियों की ओर से नीलम-झेलम नदी पर होने वाले मेगा डैम के निर्माण का विरोध कर रही है। वहां रैलियां निकाली जा रही हैं। रैली में शामिल प्रदर्शनकारियों ने नदियों को बचाने के नारे भी लगाते हैं।


    वहीं, पाकिस्तान अधिकृत गुलाम कश्मीर के ददयाल में लगातार हो रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ भी लोग बड़े स्तर पर रैली निकाल कर प्रदर्शन करते हैं। उस दौरान पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी होती है। प्रदर्शनकारियों का आरोप होता है कि यहां पाकिस्तान बर्बरतापूर्ण कार्रवाई कर रहा है, जिसके कई बार सबूत भी देखने को मिले हैं। बता दें कि इन सब रैलियों में हजारों की संख्या में लोगों द्वारा भाग लिया जाता है।

    Post Top Ad

    Post Bottom Ad