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    हरियाणा का मोस्टवांटेड पपला एक साल बाद भी पुलिस पकड से बाहर, थाने में गोलीबारी कर छुड़ा ले गया बदमाश



    We News 24 Hindi » अलवर/राजस्थान

    रंजन यादव की रिपोर्ट 


    राजस्थान: के  अलवर जिले के बहरोड़ थाने से फिल्मी स्टाइल से ताबड़तोड़ फायरिंग कर बदमाश पपला गुर्जर को उसके साथी 6 सितम्बर 2019  को छुड़ा कर ले गए। घटना के एक साल बाद भी आजतक घटना का मुख्य आरोपी पपला गुर्जर पुलिस गिरफ्त से बाहर है। जबकि राजस्थान पुलिस पपला को जिंदा या मुर्दा पकड़कर अपने ऊपर लगे कलंक को मिटाना चाहती है। तमाम प्रयास राजस्थान पुलिस द्वारा किये जा रहे है लेकिन फिर भी पपला पकड़ में नही आ रहा। हालांकि पुलिस ने पपला का सहयोग करने वाले अबतक 33 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

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     राजस्थान पुलिस की स्पेशल टीम घटना के बाद से पपला की गिरफ्तारी के लिए हरियाणा, उत्तर प्रदेश, हरियाणा सहित विभिन्न राज्यों में दबिश दे चुकी है लेकिन हर बार पुलिस खाली हाथ रह जाती है। घटना के बाद से राजस्थान पुलिस पर बार-बार सवाल उठ रहे हैं। आखिर क्यों राजस्थान पुलिस पपला को अब तक गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। अब एसओजी के एएसपी सिद्धान्त शर्मा इस मामले को देख रहे है। उनके नेतृत्व में पुलिस पपला से संबंधित सभी बदमाशों की तलाश कर रही है।



    यह था पपला के भागने का घटनाक्रम
    5 सितम्बर 2019 की रात को नाकेबंदी के दौरान बहरोड़ पुलिस ने  पपला को करीब 32 लाख रुपए की राशि, वाहन सहित गिरफ्तार किया। लेकिन बहरोड़ पुलिस यह नही पहचान पाई की वह हरियाणा का मोस्ट वांटेड बदमाश है। 6 सितम्बर 2019 की सुबह 2 वाहनों में सवार होकर आए पपला के 15-20 साथियों ने एके 47 सहित अन्य आधुनिक हथियारों से थाने में फायरिंग कर पपला को हवालात से छुड़ा ले गए। इसके बाद पुलिस प्रशासन में हड़कम्प मच गया।

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    कैसे बना पपला उर्फ विक्रम गुर्जर अपराधी
     आरोपी पपला उर्फ विक्रम गुर्जर हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में खैरोली गांव का रहने वाला है। पपला पहलवानी का शौक रखता था। इस बीच करीब 6 साल पहले रंजिश में उसके गुरू शक्ति गुर्जर उर्फ दूधिया  की कुछ लोगों ने हत्या कर दी थी। तब पपला और उसके साथी वीरेंद्र ने अपने गुरु की हत्या का बदला लेने की कसम खाई। तब से ही पपला ने जुर्म की दुनियां में कदम रखा। इसके बाद पपला व उसकी गैंग पर उसी के गांव के संदीप उर्फ फौजी व उसकी मां बिमला, मामा महेश वासी बिहारीपुर व उसके नाना श्रीराम की हत्या करने का आरोप लगा। हत्या के मुकदमे महेंद्रगढ़ व नारनौल थाने में दर्ज हुए।


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    हरियाणा के टॉप गैंगस्टर में पपला का नाम
    बहरोड़ थाने की घटना से भी पहले वर्ष 2010 व 2014 में पपला के खिलाफ गवाहों को मारपीट व धमकाने के मुकदमे भी दर्ज हुए। वहीं, पपला का हरियाणा के टॉप पांच गैंगस्टर में नाम आने लगा था। पपला को नारनौल की सीआइए टीम ने 12 फरवरी 2016 को उसके गांव के पास से अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था। पपला नसीबपुर जेल में बंद रहा। भारी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के बीच ही उसे जेल से कोर्ट में पेश किया जाता था। 
     
    धर्मवीर है पपला को फरार करने का मुख्य आरोपी
    बदमाश धर्मवीर पपला गुर्जर को फरार कराने में मुख्य आरोपी है। धर्मवीर ने ही गैंग के सभी सदस्यों को पुलिस थाने पर हमला करने के लिए एकत्रित कर उकसाया था। इसके बाद थाने पर एके-46 से फायरिंग करने का मुख्य आरोपी भी वहीं है। पूरे घटनाक्रम में धर्मवीर की पपला को अपने साथ लेकर फरार कराने में मुख्य भूमिका रही थी। 

    आरोपी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। बहरोड थाने में हुई घटना के बाद आला अधिकारियों की ओर से 69 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया था। दो पुलिसकर्मी हेड कांस्टेबल विजयपाल और रामअवतार को नौकरी से बर्खास्त किया गया था। जबकि एसएचओ सुगन सिंह और पूर्व डीएसपी जने सिंह सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था।


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