• Breaking News

    अमेरिका कोआँखों में धुल झोका चीन ,नेपाल के सहारे प्रतिबंध के बावजूद किया ईरान से सौदा

     

    We News 24 Hindi »नई दिल्ली 

    कविता चौधरी की रिपोर्ट 



    नई दिल्ली: चीन की सारी कारस्तानी और चालकी  धीरे-धीरे दुनिया के सामने आ रही है। चीन नेपाल को न सिर्फ भारत के खिलाफ इस्तेमाल कर रहा  है, बल्कि नेपाल के मदद से चीन अमेरिकी प्रतिबंध के बावजूद ईरान से सौदे के लिए भी नेपाली बैंकों और कंपनियों का प्रयोग कर रहा है। 
     
    रविवार को जारी जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि कुछ नेपाली बैंक और कंपनियां अमेरिकी प्रतिबंध को चकमा देकर ईरान और चीन के बीच व्यापार कराने में जुटी हैं। अमेरिका में वित्तीय लेनदेन सिस्टम को मॉनिटर करने वाली सरकारी संस्था 'फाइनेंशल क्राइम इन्फोर्समेंट नेटवर्क' के टॉप सिक्रेट डॉक्युमेंट्स के आधार पर तैयार रिपोर्ट को 'FinCEN Files' नाम दिया गया है। 


    ये भी पढ़े-उत्तराखंड में मास्क न पहनने और लॉकडाउन के उल्लंघन करने वालो से वसूले गये 15 करोड़


    'Fin Cen Files' के मुताबिक, दिसंबर 2006 और मार्च 2017 के बीच नेपाल में 9 बैंक, 10 कंपनियों और कई व्यक्तियों ने सीमापार व्यापार के नाम पर कई संदिग्ध लेनदेन किए। नेपाल पर 25 पेज के रिपोर्ट में कहा गया है, ''यह दिखाता है कि नेपाल की कुछ इकाइयां सोने, पुराने सामान, बिटूमन, टेलिक्मुनिकेशन इक्विपमेंट की तस्करी में जुटी है। स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक, प्राइम कॉमर्शल बैंक, बैंक ऑफ काठमांडू, नेपाल इन्वेस्टमेंट बैंक, एवरेस्ट बैंक, मेगा बैंक, हिमालयन बैंक, एपेक्स डिवेलपमेंट बैंक ऑफ कासकी, नेपाल बांग्लादेश बैंक आदि इस लिस्ट में शामिल हैं, जो संदिग्ध रूप से पैसे ट्रांसफर करने में जुटी हैं।''



    FinCEN Files में बताया गया है कि 10 नेपाली कंपनियां प्रत्यक्ष रूप से संदिग्ध लेनदेन में शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इन बैंकों और कंपनियों के जरिए पिछले 11 सालों में 292.7 मिलियन डॉलर का ट्रांजैक्शन हुआ। इन कंपनियों में राउनियर ब्रदर्स एंड कंपनी, शुभसमृद्धि ट्रेडर्स प्राइवेट लिमिटेड, शासता ट्रेडिंग कंपनी, सेतीदेवी एक्सपोर्ट इंपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड, वूमन्स पेपर क्राफ्ट, एकमी मनी ट्रांसफर सर्विस और सन्नी एंटरप्राइजेज शामिल हैं, जो संदिग्ध सीमापार लेनदेन कर रही हैं।  

    ये भी पढ़े-RJD विधायक के खिलाफ RJD के ही कार्यकर्ता खड़े हो गए विरोध में ,देखे वीडियो

     

    इन कंपनियों में से राउनियर ब्रदर्स एंड कंपनी, शुभ समृद्धि ट्रेडर्स, प्राइवेट लिमिटेड पारसा जिले की हैं और कथित तौर पर दुबई की एक कंपनी काइट इंटरनेशनल FZE से लेनदेन किया, जिसका मुख्य कारोबार पेट्रोलियम उत्पादों का आयात-निर्यात है। 

    ये भी पढ़े-हंगामा करने वाले 8 सांसद को एक हफ्ते के लिए किया गया लोक सभा सत्र से बाहर,जाने सांसद के नाम


    इसके अलावा, चार्टर्ड फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट, प्राइम बिजनेस फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट, फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन ऑफ काठमांडू, नेपाल फंडिंग फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट, एवरेस्ट फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट, मेगा फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट, हिमालयन फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट, कास्की की एपेक्स ग्रोथ फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट और नेपाल बांग्लादेश फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट आदि इस लिस्ट में शामिल हैं, जो संदिग्ध रूप से पैसे ट्रांसफर करने में जुटे हैं। 


    Header%2BAidWhats App पर न्यूज़ Updates पाने के लिए हमारे नंबर 9599389900 को अपने मोबाईल में सेव  करके इस नंबर पर मिस्ड कॉल करें। फेसबुक-टिवटर पर हमसे जुड़ने के लिए https://www.facebook.com/wenews24hindi और https://twitter.com/Waors2 पर  क्लिक करें और पेज को लाइक करें


    कोई टिप्पणी नहीं

    कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद

    Post Top Ad

    Post Bottom Ad