नेटफिलिक्स (NETFLIX) पर फिल्म देख 10 लाख के रंगदारी मांगने वाला अपराधी गिरफ्तार
We News 24 Hindi » सीतामढ़ी/बिहारअसफाक खान की रिपोर्ट
सीतामढ़ी: आजकल हर वर्ग के लिए मोबाइल बड़े काम की चीज है, मोबाईल पार आप हर जानकारी प्राप्त कर सकते है चाहे वो अच्छी हो या बुरी ऐसा ही एक सख्श नेटफिलिक्स (NETFILIX) पर फिल्म देख क्राइम की दुनिया में कदम रखना चाहा
और रंगदारी वसूली से रातोरात अमिर बनने का ख्वाब लगा देखने सख्श इतना शातिर था । रास्ते में मिला हुआ सिम से उसने फिल्मी अंदाज में रंगदारी वसूलने की तरकीब सोची और रंगदारी भी मांग बैठा। इस नौसिखए अपराधी को सीतामढ़ी पुलिस (Sitamarhi Police) ने 24 घंटे के अंदर में दबोच कर अपराधी खेल का खुलासा किया । फोन पर रंगदारी मांगने वाला आरोपित का नाम अभिषेक कुमार पिता नरेश राय पुनौरा थानान्तर्गत तलखापुर बड़ी बाजार, डुमरा का रहने वाला अब जेल की हवा खा रहा है। उसके पास से रंगदारी मांगने में प्रयुक्त मोबाइल भी बरामद हो गया। एसपी अनिल कुमार (SP Anil Kumar) ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी।
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दुकानदार ने धमकी के बाद दर्ज करा दी प्राथमिकी
सात फरवरी को नगर थाना में मोबाइल से रंगदारी मांगने की शिकायत दर्ज कराई गई। रानी सती मोबाइल दुकानदार के संचालक साकेत कुमार चमड़िया ने यह शिकायत की और कहा कि मोबाइल से 10 लाख रुपये रंगदारी की मांग की गई है। दुकानदार अनिल चमड़िया के पुत्र हैं और कोट बाजार वार्ड नंबर-15 के रहने वाले हैं। यह मामला सामने आने पर एसडीपीओ सदर रमाकांत उपाध्याय के नेतृत्व में टीम गठित हुई। टीम ने केस दर्ज होने के 24 घंटे के अंदर-अदर तकनीकी साक्ष्य के आधार पर अभिषेक कुमार को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से रंगदारी मांगने में प्रयुक्त मोबाइल भी बरामद हो गया। पूरा खेल ऐसे समझिए तलखापुर के रहने वाले किसी श्रीराम सहनी ने अपना मोबाइल बनने के लिए गांव के दुकानदार राजेश कुमार के यहां दिया था।
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इसी क्रम में उनके मोबाइल का सिम दुकान के ही आसपास कहीं गिर गया था। राजेश के यहां अभिनंदन कुमार मिस्त्री के रूप में काम करता है। गिरफ्तार अभिषेक, अभिनंदन का मौसेरा भाई लगता है जो उसके साथ कई बार मोबाइल दुकान पर भी आता जाता रहा था। श्रीराम सहनी का गुम हुआ वह मोबाइल सीम अभिषेक को ही मिल गया। आते-जाते अभिषेक ने मोबाइल दुकानदार का फोन नंबर अपने फोन में सेव कर लिया। 6 एवं 7 फरवरी को कई बार फोन करके मोबाइल दुकानदार से उसने 10 लाख रुपये की मांग की। रंगदारी की रकम नहीं देने पर दुकान बंद रखने एवं जान से मारने की धमकी दी।
ऐसे पकड़ में आई अभिषक की चतुराई एसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में मोबाइल नंबर के वास्तविक स्वामी श्रीराम सहनी से पूछताछ की गई। जिस क्रम में स्थानीय दुकानदार राजेश कुमार एवं मोबाइल मिस्त्री अभिनंदन कुमार का नाम सामने आया। तत्पश्चात पूछताछ एवं तकनीकी साक्ष्य के आधार पर अभिषेक कुमार वर्तमान सिम धारक पकड़ में आया। पूछताछ में उसने बताया कि जब श्रीराम सहनी, राजेश एवं अभिनंदन को पुलिस उठाई तब ही वह समझ गया कि पुलिस उसतक पहुंचने वाली है। इसके बाद उसने रंगदारी मांगने वाले सिम को दांत से चबाकर नाले में फेंक दिया और मोबाइल को छुपा दिया। रंगदारी मांगने के संबंध में जब पूछताछ की गई तो अभिषेक ने बताया कि पैसे के लिए क्राइम करने की सोच रहा था।
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