रीगा चीनी मिल बन्द कर किसानों के दिल पर सरेआम चाकू घोंप कर छलनी करने का काम किया गया
We News 24 Hindi » सीतामढ़ी / बिहार पवन साह की रिपोर्ट
सीतामढ़ी :जिले में आज प्रेस क्लब, सीतामढ़ी के तत्वाधान में जनसरोकार से जुड़े मुद्दे पर परिचर्चा आयोजित की गई। परिचर्चा का मुख्य मुद्दा रीगा चीनी मिल की बंदी, लगभग 40 हजार किसानों की परेशानी व समस्या और निदान पर रही। जिसकी अध्यक्षता प्रेस क्लब के अध्यक्ष राकेश रंजन ने किया। परिचर्चा का संचालन इखोत्पादक संघ के जिलाध्यक्ष नागेंद्र प्रसाद सिंह ने की.
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सभा को संबोधित करते हुए नागेंद्र प्रसाद सिंह ने रीगा मिल की बंदी को लेकर मिल प्रबंधन के साथ-साथ मौजूदा सरकार सरकारी एजेन्सी पर जमकर हमला बोला हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी तंत्र व मिल प्रबंधन की लापरवाही के कारण आज जिला का इकलौता उद्योग बन्द हो गया और सरकार की नींद अब तक नही खुली। उन्होंने कहा कि मिल चालू करने के लिए उन्होंने स्थानीय जिला प्रशासन के साथ-साथ कमिश्नर, मंत्री, मुख्यमंत्री व न्यायालय तक का दरवाजा खटखटाया, लेकिन किसी ने किसानों का दर्द नही सुना। हालात यह हो गयी कि रीगा चीनी मिल बन्द हो गया। किसानों के दिल पर सरेआम चाकू घोंप कर छलनी कर दिया गया.
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उन्होंने कहा कि मरता किसान क्या नही करता औने पौने दाम पर किसानों को दलालों के हाथ ईख बेचने पर मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि मिल प्रबंधन के पास आज भी किसानों का लगभग 135 करोड़ की राशि बकाया का भुगतान करवाये। उन्होंने कहा कि सरकार के आदेश के बाबजूद सरकारी एजेन्सी के लापरवाही के कारण नाप-तौल केंद्र स्थापित नही हो सका हालात यह हुई कि आज भी सैकड़ों एकड़ भूमि में ईख की फसल सूख रही हैं और किसानों को मरता छोड़ दिया गया हैं।
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प्रो अमर सिंह ने कहा कि किसानों की हालात ऐसी हो गयी है जैसे समाज मे किसी का जवान बेटा मर जाता हैं। किसानों ने अपने ईख की फसल का श्राद्ध किया हैं। किसानों की हक की लड़ाई के लिए अब सभी किसान जन आंदोलन करेंगें। उन्होंने कहा कि मिल श्रमिकों के साथ भी शोषण किया गया हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार रीगा चीनी मिल चालू नही करती और बकाया भुगतान नही करती तो जनांदोलन होगा। किसानों ने कहा कि अगर सरकार व प्रशासन जल्द बचे हुए फसल का उपाय नही करती तो होलिका दहन के दिन किसान सैकड़ों एकड़ की फसल में आग लगा देंगे। अब किसानो ने अगली साल से ईख की उत्पादन नही करने की भी कसम खा ली हैं।
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रीतेश कुमार गुड्डू ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि रीगा चीनी मिल बंद होने में स्थानीय जिलाधिकारी की भी बड़ी लापरवाही दिखी। जिलाधिकारी को घेरते हुए कहा कि उन्होंने मिल प्रबंधन के खिलाफ आज तक उन्होंने न कोई कदम उठाया और न ही कोई पत्राचार किया। उन्होने डीएम के खिलाफ भी आवाज उठाने की बात कही हैं। अंत मे वक्ताओं ने प्रेस क्लब के द्वारा इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन को समाज के लिए पत्रकारों का बेहतर प्रयास माना। तथा प्रेस क्लब के पदाधिकारियो और सदस्यों को धन्यवाद दिया।परिचर्चा में राम शरण अग्रवाल ने न्यायालय और सड़क दोनों मूर्ति पर आवाज उठाने का सुझाव दिया इस अवसर पर गुणानंद चौधरी रवि कुमार
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मौके पर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र कुमार , सचिव आदित्यानंद आर्य, कोषाध्यक्ष दीपक कुमार , हिमांशु शेखर, नवनीत कुमार, गौतम दूबे, विकाश कुमार, अविनाश कुमार, रंजीत मिश्रा , रंजीत बिहारी सिंह, मनोज कुमार , आफताब अंजुम बिहारी, राम शरण अग्रवाल, शम्स शहनवाज, हरिओम शरण नारायण , ब्रज किशोर मंडल , साजिद अली, अनिल सिंह चुम्मन, अनूठा लाल पंडित , लखनदेव ठाकुर सहित सैकड़ों पत्रकार साथी व किसान मौजूद थे।
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