• Breaking News

    नक्सलियों ने सीआरपीएफ कोबरा यूनिट के कमांडर राकेश्वर सिंह को रिहा किया ,राकेश्वर सिंह के परिवार में जश्न का माहौल

     




    We News 24 Hindi »नई दिल्ली 
    मिडिया  रिपोर्ट।

    नई दिल्ली : नक्सलियों ने सीआरपीएफ की कोबरा यूनिट के कमांडर राकेश्वर सिंह को रिहा कर दिया है।  रिहाई के बाद उन्हें बीजापुर के सीआरपीएफ कैंप में वापस लाया गया है। माओवादियों ने बीते शनिवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा में हमले के बाद उन्हें अगवा कर लिया था। इस हमले में 23 जवान शहीद हो गए थे, जबकि 31 घायल थे। राकेश्वर सिंह की रिहाई के बाद परिवार में जश्न का माहौल है। 

    ये भी पढ़े-पटना जिले के बैकठपुर पुर में हुआ जीवसंहार

    आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 210वीं कमांडो बटालियन फॉर रिजॉल्यूट ऐक्शन (कोबरा) के कांस्टेबल राकेश्वर सिंह मन्हास की रिहाई के लिए राज्य सरकार द्वारा दो प्रमुख लोगों को नक्सलियों से बातचीत के लिए नामित किये जाने के बाद रिहा कर दिया गया। राज्य सरकार द्वारा नामित दो सदस्यीय दल में एक सदस्य जनजातीय समुदाय से थे। बीजापुर के एसपी ने कहा है कि राकेश्वर सिंह को सुरक्षित रूप से वापस लाया गया है। उनकी मेडिकल जांच कराई जाएगी।



    ये भी पढ़े-मुज़फ़्फ़रपुर यात्रियों से लूटपाट करने वाले गिरोह के कई शातिर अपराधी को गिरफ्तार

    जम्मू में कोबरा कमांडर के घर में नाच-गाने के बीच उनकी पत्नी मीनू ने कहा कि उन्हें आधिकारिक रूप से सूचित किया गया है कि उनके पति सुरक्षित रूप से वापस आ गए हैं। उनका स्वास्थ्य अच्छा है।'' उन्होंने इसे अपनी जिंदगी का सबसे अधिक खुशी वाला दिन बताते हुए कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद थी कि पति सकुशल घर वापस आएंगे।

    ये भी पढ़े-कोरोना का कहर स्कूलों कॉलेजों में ही क्यों , सरकार के गलत नीतियों के खिलाफ शिक्षा जगत में जनाक्रोश



    नक्सिलयों ने जवान की रिहाई के लिए सरकार से मध्यस्थ नियुक्त करने की मांग की थी। नक्सलियों ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा था कि 3 अप्रैल को सुरक्षा बल के दो हजार जवान हमला करने जीरागुडेम गांव के पास पहुंचे थे, इसे रोकने के लिए पीएलजीए ने हमला किया है। नक्सलियों ने कहा था कि सरकार पहले मध्यस्थों के नाम की घोषणा करे इसके बाद बंदी जवान को सौंप दिया जाएगा, तब तक वह जनताना सरकार की सुरक्षा में रहेगा।


    ये भी पढ़े-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना टिके की दूसरी डोज ली ,प्रधानमंत्री ने लोगो से ये अपील की


    राज्य के सुकमा और बीजापुर के सीमावर्ती क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान में शुक्रवार को सुरक्षा बलों को रवाना किया गया था। इस अभियान में जवान राकेश्वर सिंह भी शामिल थे। शनिवार को टेकलगुड़ा और जोनागुड़ा गांव के करीब सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के 22 जवानों की मृत्यु हो गई तथा 31 अन्य जवान घायल हो गए। वहीं आरक्षक राकेश्वर सिंह लापता हो गए। शहीद जवानों में सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन के सात जवान, सीआरपीएफ के बस्तरिया बटालियन का एक जवान, डीआरजी के आठ जवान और एसटीएफ के छह जवान शामिल हैं।


    Header%2BAidWhats App पर न्यूज़ Updates पाने के लिए हमारे नंबर 9599389900 को अपने मोबाईल में सेव  करके इस नंबर पर मिस्ड कॉल करें। फेसबुक-टिवटर पर हमसे जुड़ने के लिए https://www.facebook.com/wenews24hindi और https://twitter.com/Waors2 पर  क्लिक करें और पेज को लाइक करें

    %25E0%25A4%25B8%25E0%25A5%259E%25E0%25A5%2587%25E0%25A4%25A6


     

    कोई टिप्पणी नहीं

    कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद

    Post Top Ad

    Post Bottom Ad