तालिबान का वहशी चेहरा आया सामने ,खौफ कायम करने के लिए हत्या कर चौराहे पर लटकाया शव
नई दिल्ली, अफगानिस्तान में तालिबानी सजा की वापसी का सबूत हेरात में शनिवार को सामने आया। दरअसल तालिबानी पुलिस ने लोगों के बीच खौफ कायम करने के लिए अपहरण के चार आरोपियों को सरेआम गोली मार हत्या कर दी और शहर के विभिन्न चौराहों पर मृतक के शवों को लटका कर छोड़ दिया।
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क्रेन के सहारे घंटो तक टंगा रहा शव
पश्चिमी अफगानिस्तान के हेरात प्रांत के विभिन्न चौराहों पर तालिबानी पुलिस ने शहर के मुख्य चौराहे पर पहले चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी और फिर चारों शवों को क्रेन के सहारे सड़क के बीच चौराहे पर घंटों तक लटकाए रखा। बता दें कि इन चारों पर अपहरण का आरोप था। एपी के अनुसार, हेरात शहर के एक प्रत्यक्षदर्शी वजीर अहमद सिद्दीकी ने बताया कि तालिबान की कथित पुलिस चार शवों को चौराहे पर लेकर आई और एक को क्रेन के सहारे टांग दिया गया। यह शव घंटों तक यूं ही हवा में लटका रहा। मृतक के गले में एक तख्ती भी लटकी हुई थी। इसपर पश्तो भाषा में कुछ लिखा हुआ था। बाकी के तीन शवों को तालिबान ने हेरात के दूसरे चौराहे पर ले जाकर लटकाया।
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ऐसी सजा आगे भी जारी रखेगा तालिबान
इस तरह की कार्रवाई को लेकर तालिबान का कहना है कि लोगों के जेहन में गलत काम के लिए डर और खौफ पैदा करने के लिए ऐसी सजा जरूरी है। तालिबान ऐसी सजाएं आगे भी जारी रखेगा, ताकि गलत काम करने से पहले लोग हजार बार सोचे। वजीर ने बताया कि गलत काम के लिए सजा देनी चाहिए। लेकिन इस तरह का अमानवीय तरीका इंसनियत के लिए सही नहीं है। सिद्दीकी कहते हैं, अफगानिस्तान में एक बार फिर से वहीं 90 का दशक लौट आया है, जब लोग तालिबान के डर से कांपते थे। आइएएनएस इनपुट
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