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    सीतामढ़ी: FIR होने के बाद नल जल योजना में कमीशन मांगने वाला मुखिया फरार


    We News 24 Hindi »बिहार/सीतामढ़ी

    रोहित ठाकुर की रिपोर्ट

    सीतामढ़ी:लोग ऐसी ही नहीं कहते की  नल जल योजना लूट खसोट और खाउ कमाऊ योजना बनकर ही रह गयी इस योजना में जंहा देखो लोग दोनों हाथो से  जमकर जनता का पैसा के साथ-साथ खूब  धांधली भी हो रही है कही बिना अनुमति के तय राशी से ज्यादा खर्च हो रहा है तो कही मुखिया द्वारा खुले आम कमिशन माँगा जा रहा है .


    अभी तजा मामला सीतामढ़ी जिले के  डुमरा प्रखंड की रामपुर परोरी पंचायत से आया है यंहा नल जल योजना में मुखिया द्वारा कमीशन द्वारा खुले आम कमिशन माँगा गया जिसका ऑडियो वायरल होने के बाद मुखिया पर  प्राथमिकी दर्ज की गयी .

    देखे वीडियो :नलजल योजना बनी लूट खसोट और खाउ कमाऊ योजना

    मुखिया रामा शंकर दास ने  महिला वार्ड सदस्य को धमकाया उक्त बाते को महिला सदस्य ने रिकोर्ड कर बातचीत की का ऑडियो वायरल  कर दिया वार्ड-17 की वार्ड सदस्य गांधी देवी की शिकायत पर पुनौरा थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई है। उधर, केस होने की सूचना मिलते ही मुखिया घर से लापता हो गए हैं। इस बीच जिलाधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा ने इस पूरे मामले में जांच के आदेश देकर अविलंब रिपोर्ट तलब की है। डुमरा बीडीओ मुकेश कुमार ने तत्काल जांच प्रारंभ करते हुए आरोपित मुखिया के नाम पत्र जारी कर स्पष्टीकरण पूछा है।



     पुनौरा थानाध्यक्ष दिनेश राम ने कहा कि वार्ड सदस्य ने मुखिया के खिलाफ लिखित शिकायत की है। मुखिया पर कमीशन के लिए धमकी देने का आरोप लगाया है। मुखिया से हुई बातचीत की टैपिग वार्ड सदस्य ने कर ली और उसको सुबूत के तौर पर पेश किया है। उसके आलोक में जांच शुरू कर दी गई है। मुखिया से संपर्क नहीं हो रहा।

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    12 अगस्त को मुखिया ने कमीशन के लिए फोन कर धमकाया
    मुखिया ने कमीशन मांगने वाले वायरल ऑडियो को एक दिन पूर्व गलत ठहरा दिया था। इस बीच वार्ड सदस्य सामने आईं और उन्होंने मुखिया के नाम से थाने में केस दर्ज करा दिया। पुनौरा थाने के रामपुर परोरी गांव निवासी विजय बैठा की पत्नी वार्ड सदस्य गांधी देवी ने आवेदन में आपबीती बयां की है। वार्ड सदस्य का कहना है कि कमीशन मांगने वाली बात 12 अगस्त की है। तब दिन के 11 बजकर 12 मिनट हो रहे थे। मुखिया ने मोबाइल से उनके मोबाइल पर फोन किया। बतौर रंगदारी कमीशन के लिए धमकाया। कहा कि तुम्हारे द्वारा वार्ड में नल जल योजना का जो काम कराया गया है उसमें मुझको 10 फीसद मेरा कमीशन बनता है। उसमें मेरा पांच फीसद व पांच फीसद मेरे सचिव का। मैंने कमीशन देने से इनकार किया तो मुखिया ने अभद्रता पूर्वक कहा कि तुमसे हाथ पकड़कर रुपये वसूल कर लूंगा। 



    घर या घरारी या कुछ भी बेचकर मुझे मेरा कमीशन चाहिए। मैं लाख गिड़गिड़ाई मुखिया ने एक न सुनी और धमकी देते रहे। मैंने ये सभी बातें टैप कर ली थी। मुखिया से हुई बातचीत की ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वार्ड सदस्य ने कहा ने न्याय की गुहार लगाते हुए कहा है कि मैं एक गरीब महिला हूं। मुखिया के व्यवहार से काफी क्षुब्ध हूं। नल जल योजना में मुखिया से सरकार ने छीन रखा है अधिकार बहरहाल, यह वाकया सामने आने के बाद स्पष्ट हो गया है कि मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना की महत्वकांक्षी नल जल योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़कर रह गई है। 

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    वैसे भी कायदे से यह योजना कहीं भी मूर्त रूप नहीं ले सकी है। जहां कहीं इसका काम हुआ है वहां बड़े पैमाने पर धांधली की शिकायतें आम हैं। मुखिया के द्वारा इस मामले में खुलेआम कमीशन मांगने वाले वाकये के बाद तो यह शिकायतें और भी पुष्ट हो गई हैं। गौरतलब है कि सात निश्चय के तहत नल का जल और गली-नाली का काम मुखिया से छीना जा चुका है। वार्ड सदस्य की देखरेख में उसका काम कराने का सरकार ने फैसला दिया है। नई व्यवस्था में वार्ड के विकास की शक्ति वार्ड सदस्य के हाथों में चले जाने की वजह से योजनाओं के चयन और राशि के खर्च को लेकर मुखिया के अधिकारों में कटौती हो गई है। 

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