जानकी जन्मोत्सव: मिथिला मे बाजे बधाइयां ,सुनयना के घर जन्मे जानकी मईया
We News 24 Hindi »सीतामढ़ी, बिहारपवन साह की रिपोर्ट
सीतामढ़ी : पिछले वर्ष की तरह इस बार पुनः 2021 में लोक डाउन का पालन करते हुए भी जगत जननी माँ जानकी की प्राकट्य स्थली सीतामढ़ी में जानकी नवमी की धूम भक्तों में रही। वैश्विक बीमारी कोरोना की दूसरी लहर की वजह से पूरे बिहार में लोकडाउन है। इस कारण एक जगह एकत्रित होने की मनाही को ध्यान में रखते हुए जानकी नवमी के अवसर पर जानकी जन्मोत्सव जानकी मन्दिर में पूजारियों ने माता की वन्दना व आरती कर मनाई तो पूरे सीतामढ़ी वासियों ने अपने घर पर ही धूमधाम से मनाई। इसकी तैयारी के लिए जानकी जन्मोत्सव समिति, सीतामढ़ी द्वारा सभी सीतामढ़ीवासियों से टेलीफोन, इंटरनेट व अन्य माध्यमों से सूचना प्रसारित कर समन्वय कायम किया था।
इस तरह लोकडाउन में भी सीतामढ़ी में घरों में रहकर यादगार जानकी नवमी मनाई गई। दिन में 11:59 बजे सीतामढ़ी के सभी घरों के सभी सदस्यों ने शंख / घण्टी / थाली / ताली आदि बजाकर माँ जानकी के जन्म की बधाई और शुभकामना एक दूसरे को ध्वनि के माध्यम से दी। फिर घरों में माँ जानकी की स्तुति "भई प्रगट कुमारी भूमि - विदारी जन हितकारी भयहारी। अतुलित छबि भारी मुनि - मनहारी जनकदुलारी सुकुमारी।।" गाई गई। पुनः संध्या में घर में उपलब्ध सामग्री से रौशनी या दीपोत्सव कर सीतामढ़ी के लोगों ने माँ जानकी से प्रार्थना की कि माता सीतामढ़ी सहित पूरे राज्य व देश के मानव का कल्याण करें और कोरोना योद्धाओं को शक्ति व सम्मान दें।
माता जानकी का प्राकट्य राजा जनक द्वारा हल चलाने पर पृथ्वी से हुआ था। इसीलिए माता जानकी को सीता, भूमिजा, वैदेही, मिथलेश, जनकनंदिनी, जनकदुलारी आदि नामों से भी जाना जाता है। माता जानकी की त्याग, संयम, सेवा, साधना, मर्यादा, प्रेम
मीडिया प्रभारी राजेश कुमार सुन्दरका ने कहा कि नवमी के अवसर पर माता जानकी के प्राकट्य दिवस के प्रति उत्साह देश भर में रहा। लेकिन, माता जानकी के भक्तों ने कोरोना की वजह से सीतामढ़ी से बाहर रहते हुए भी अपने घरों में ही रहते हुए माता जानकी के प्राकट्य की बधाई व शुभकामनाएँ दी। बगही के सन्त स्वामी डॉ० शुकदेव महाराज ने शुभकामना देते हुए कहा कि राघव सरकार व भगवती जानकी सभी को सुखी करें, आचार्य किशोर कुणाल ने भी माता जानकी के सभी भक्तों को माता जानकी के प्राकट्य की बधाई व शुभकामना दी। वहीँ काशी से भक्ति किरण शास्त्री ने शुभकामना देते हुए कहा कि सभी भक्त माता जानकी के सानिध्य को अन्तर्मन में अनुभव करें साथ ही अपने आवास से ही सीतामढ़ी सांसद ने भी बधाई व शुभकामना देते हुए माता जानकी से पुरे हिन्दुस्तान को कोरोना से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की।
जगद्गुरु शंकराचार्य श्रीमद स्वामी जीतेन्द्र सरस्वती महाराज ने माता जानकी के अवतरण की बधाई व शुभकामना देते हुए कहा की भगवान राम के धर्म के विग्रहवान स्वरुप होते हुए भी माता जानकी के बिना भगवान राम पूर्ण नहीं होते फिर भी माता जानकी ने जीवन में दुखों के फरियाद नहीं कि और सुखों को कभी याद नहीं करके संसार को प्रभु के चरणों में रहने का सन्देश दिया। इसके अलावा कटरा, माता वैष्णो देवी के तीर्थस्थल से लक्ष्मी रमण चौधरी, सद्गुरु शरण अयोध्या से महंथ सिया किशोरी शरण दास, तांत्रिक लक्ष्मण चौबे, मधुबनी से श्री जानकी सेना के अध्यक्ष मृत्युंजय झा, बिहार विधानसभा के प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, राधा कृष्ण मंदिर से पुजारी जी, रणवीर आनन्द समेत गुरुजनों, प्रतिष्ठित व प्रसिद्ध लोगों ने जानकी नवमी की बधाई व शुभकानाएं अलग अलग तरीके से प्रेषित की।
किसी ने संस्कृत श्लोक द्वारा तो किसी ने बधाई गाकर तो किसी ने भजनों की सुरलहरी की धारा बहाकर। मीडिया प्रभारी राजेश कुमार सुन्दरका ने बताया कि लोकडाउन में प्रशासनिक दिशा निर्देशों का पालन करते हुए श्री जानकी जन्मोत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष आलोक कुमार की अध्यक्ष्ता में नरेंद्र शर्मा, पंकज कुमार बबलू, राकेश मिश्रा, प्रदीप गुप्ता, अभिषेक कुमार, विशाल कुमार, आशीष जायसवाल, अनिल कुमार, गौतम कुमार, अमित कुमार गोल्डी, अमरेन्द्र कुमार, किरण प्रसाद, धीरज जायसवाल, आशुतोष शर्मा आदि ने बखूबी सीतामढ़ी वासियों को प्रेरित किया।
वहीं पु नौरा धाम जानकी मंदिर में जानकी नवमी पर महंत कौशल किशोर दास की अगुआई में सीता कुंड की पूजा अर्चना कर विश्व कल्याण की प्राथना की गई। उसके बाद निर्धारित जन्म समय पर महंत कौशल किशोर दास ने बधाई गीत मिथिला में बाजे बधाइयां सुनयना के घर जन्मे जानकी मईया आदि के साथ जन्मोत्सव मनाया गया।पुजारी संजय सिंह,मंदिर जीर्णोद्धार विकास समिति व्यवस्थापक श्रवण कुमार सहित अन्य लोगों ने संध्या दीप जला दीपावली मनाई।
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