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- पाक सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल गफूर ने कहा- आतंकवाद के चलते करोड़ों डॉलर का नुकसान हुआ
- नई व्यवस्था के तहत पाकिस्तान के मदरसों में हेट स्पीच की पढ़ाई नहीं होगी, दूसरे समुदायों को आदर देना सिखाया जाएगा
- गफूर ने आरोप लगाया- पश्तून संगठन को रॉ ने फंडिंग की, इस संगठन ने पाक के खिलाफ प्रदर्शन किए
इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने माना कि उनके देश में आतंकवादी और जिहादी मौजूद हैं। पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ अभी काफी कुछ करना बाकी है। जियो टीवी के मुताबिक, गफूर ने कहा कि देश में 2.5 करोड़ बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं। पाकिस्तान में 30 हजार मदरसे हैं, जहां करीब 25 लाख बच्चों के शिक्षा मिलती है। उन्होंने कहा कि अब इन मदरसों को शिक्षा विभाग नियंत्रित करेगा। मदरसों के पाठ्यक्रम में नए विषय जोड़े जाएंगे। हेट स्पीच को जगह नहीं मिलेगी और दूसरे समुदायों का आदर सिखाया जाएगा।
पिछली सरकार आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने में नाकाम हुई
- गफूर ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- हमने हिंसक चरमपंथी संगठनों और जिहादी समूहों की पहचान की है और इनके खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है।
- अब हमारी सरकार लगातार आतंकवाद के खिलाफ अभियान चला रहा है। हर एजेंसी इस काम में व्यस्त थी कि प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ ऐसी रणनीति नहीं बना पा रहे थे, जैसी रणनीति पर हम आज काम कर पा रहे हैं।
- गफूर ने भारत की खुफिया एजेंसी रॉ पर आरोप लगाया कि यह एजेंसी पश्तून तहाफुज मूवमेंट (पीटीएम) को फंडिंग कर रही है, जो कि पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के खिलाफ काम कर रही है।
- उन्होंने पूछा कि पीटीएम ने अपनी वेबसाइट पर दुनियाभर में पश्तूनों से मिलने वाले फंड की जानकारी दी है। लेकिन, हम यह पूछना चाहते हैं कि आपको अफगान सुरक्षा निदेशालय से कितना पैसा मिला। इस्लामाबाद में पहले धरने के लिए रॉ ने आपको कितना फंड दिया।
- एयरस्ट्राइक के बाद पाक और भारत की वायुसेना के आमने-सामने आने पर कहा- हमारे संकल्प की परीक्षा ना लें। हमने पहले जवाब इसलिए नहीं दिया, क्योंकि हम शांति चाहते थे।
- पायलट को गिरफ्तार किए जाने पर पूछे गए सवाल के जवाब में गफूर बोले- पहले हमें सही चैनल के जरिए जानकारी मिली थी। इसके बाद जमीनी सच्चाई पता लगने के बाद मैंने खुद बयान में बदलाव किया था कि केवल एक ही पायलट पकड़ा गया है। ऐसी क्या बात है कि हमारा एक बयान आप मान लेते हैं और दूसरा नहीं मानते।