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    एमवे है मल्टी लेवल मार्केटिंग पिरामिड फ्रॉड डायरेक्ट सेलिंग कंपनी, एमवे की 757.77 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त

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     We News 24» रिपोर्टिंग / आरती गुप्ता 

    नई दिल्ली  : प्रवर्तन निदेशालय ने एमवे इंडिया एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड पर मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में बड़ी कार्रवाई की है. बताया जा रहा है कि ईडी ने फर्म की 757.77 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली. फर्म पर मल्टी लेवल मार्केटिंग स्कैम चलाने का आरोप लगा है. ईडी ने एक बयान में बताया कि कुर्क की गई संपत्तियों में तमिलनाडु के डिंडीगुल जिले में एमवे इंडिया की जमीन और कारखाना भवन, संयंत्र और मशीनरी, गाड़ियां, बैंक अकाउंट्स और फिक्सड डिपोजिट शामिल हैं.


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    345.94 करोड़ रुपये का बैंक बैलेंस हो चुका है कुर्क

    ईडी ने इससे पहले एमवे के 36 अलग-अलग अकाउंट से 411.83 करोड़ रुपये की अचल और चल संपत्ति और 345.94 करोड़ रुपये के बैंक बैलेंस को कुर्क किया था. जांच एजेंसी द्वारा की गई मनी लॉन्ड्रिंग  इन्वेस्टिगेशन से मालूम चला है कि एमवे डायरेक्ट सेलिंग मल्टी-लेवल मार्केटिंग नेटवर्क की आड़ में पिरामिड फ्रॉड चला रहा है. एजेंसी ने बताया कि जांच में यह सामने आया है कि खुले बाजार  में मौजूद प्रतिष्ठित निर्माताओं के पॉपुलर प्रोडक्ट की तुलना में कंपनी जो उत्पाद पेश कर रही है, उसकी कीमत बहुत ज्यादा है.

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    बिजनेस से 27,562 करोड़ रुपये जमा किए

    जांच एजेंसी ने बताया कि फर्म ने 2002-03 से 2021-22 तक अपने बिजनेस ऑपरेशन से 27,562 करोड़ रुपये जमा किए हैं. इनमें से कंपनी ने फाइनेंशियल ईयर 2002-03 से 2020-21 के दौरान भारत और अमेरिका में मौजूद अपने डिस्ट्रीब्यूटर्स और मेंबर्स को 7588 करोड़ रुपये का कमीशन दिया.जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा, ‘सच्चाई जाने बिना आम जनता कंपनी के सदस्यों के रूप में शामिल होने और ज्यादा कीमतों पर प्रोडक्ट खरीदने के लिए तैयार हो जाती है.’

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    कंपनी का प्रोडक्ट पर नहीं था फोकस

    उन्होंने कहा, ‘इसमें शामिल होने वाले नए सदस्य प्रोडक्ट को इस्तेमाल करने के लिए नहीं खरीद रहे हैं, बल्कि अमीर बनने के लिए सदस्य बन रहे हैं. ऐसा अपलाइन सदस्यों ने भी किया है. सच्चाई यह है कि अपलाइन मेंबर्स को मिलने वाला कमीशन प्रोडक्ट की कीमतों की बढ़ोतरी में बहुत बड़ा योगदान देता है. ईडी ने बताया कि फर्म का पूरा फोकस इस बात पर था कि लोग कैसे इसके मेंबर बनकर अमीर बन सकते हैं. प्रोडक्ट पर इस कंपनी का कोई फोकस नहीं था. इस मल्टी लेवल मार्केटिंग पिरामिड फ्रॉड को डायरेक्ट बिक्री कंपनी के रूप में छिपाने के लिए प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है. 

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