आजाद स्कूल अतिथि शिक्षक संघ छिंदवाड़ा ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपा
- आजाद स्कूल अतिथि शिक्षक संघ छिंदवाड़ा ने दिया ज्ञापन
- अतिथि शिक्षकों की विभागीय पात्रता परीक्षा आयोजित कर नियमित करने की मांग
- जिला कलेक्टर छिंदवाड़ा को सौपा गया ज्ञापन
We News 24 Digital»रिपोर्टिंग सूत्र / मनोज चन्द्रवंशी
छिंदवाड़ा:- मध्यप्रदेश आजाद स्कूल अतिथि शिक्षक संघ के संयुक्त तत्वाधान में आज संपूर्ण प्रदेश के 52 जिलो में एक साथ एक दिन एक सूत्रीय मांगो को लेकर आज ज्ञापन सौंपने का कार्यक्रम आयोजित किया गया उसी के चलते छिंदवाड़ा जिला अतिथि शिक्षक संघ के द्वारा भी प्रदेशव्यापी आह्वाहन पर जिले के समस्त अतिथि शिक्षक और शिक्षिकाएं आज दीनदयाल पार्क छिंदवाड़ा पर एकत्रित होकर बैठक की तत्पश्चात जिला कलेक्टर कार्यालय छिंदवाड़ा पहुंचकर अपनी लंबित मांगो को पूर्ण कराने हेतु ज्ञापन सौपा गया।आजाद स्कूल अतिथि शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष संतोष कहार ने बताया कि सम्पूर्ण प्रदेश में विगत 14-15 वर्षों से म.प्र. के शासकीय शालाओं में अल्प मानदेय पर पूरी निष्ठा व लगनता के साथ अध्यापन कार्य कर रहे हैं परन्तु अतिथि शिक्षको का भविष्य आज भी अंधकारमय है। इन्होंने बताया कि अतिथि शिक्षक व्यवस्था आपकी सरकार द्वारा ही प्रारम्भ की गई थी।फिर गरीब अतिथि शिक्षको के साथ अन्याय क्यों परन्तु उसके बाद भी अतिथि शिक्षक आज तक बेरोजगार है जिसका भविष्य अंधकारमय है अतिथि शिक्षकों की विभागीय परीक्षा लेकर नियमित करने की मांग की है।
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इस अवसर पर जिला अध्यक्ष संतोष कहार , कार्यकारी अध्यक्ष सर्वेश श्रीवास्तव , जिला मीडिया प्रभारी योगेश चौरसिया, कैलाश विश्वकर्मा , राजेश बागड़े ,राजू वेलवंशी, साधना सोनी ,कीर्ति सोनी, राजू मालवी, उपेंद्र वर्मा,मनोज डेहरिया , बिलसराम जंभोरे ,सहजाद मंसूरी सहित अनेक अतिथि शिक्षक और शिक्षिकाएं मुख्य रूप से उपस्थित रहे और ज्ञापन सौंपकर मांगो का निराकरण करने की मांग की। मांग पत्र को लेकर आजाद अतिथि शिक्षक संघ द्वारा सुझाव भी दिए गए है जिसमे संघ के द्वारा प्रमुख मांगे रखी गई है ।
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ये है मुख्य मांगे
1. अतिथि शिक्षकों के लिये अलग से नये पद सृजित किया जाये ।
2. इन सृजित पदों पर केवल अतिथि शिक्षकों की विभागीय पात्रता परीक्षा आयोजित की जाये।
3. अतिथि शिक्षको कि विभागीय पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण अंक 40% प्रतिशत किया जाये।
4. विभागीय पात्रता परीक्षा में किसी भी प्रकार का आरक्षण न रखा जाये
5. विभागीय परीक्षा में आयु का बंधन न रखा जाये ।
6. अतिथि शिक्षको को अन्य राज्यों कि भाँति नियम बनाकर नियमित किया जाये ।
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प्रति शैक्षणिक सत्र (एक सत्र में कम से कम 120 दिन अध्यापन कार्य किया हो) और 3 अंक प्रतिवर्ष के हिसाब से अधिकतम 10 शैक्षणिक सत्रों के अनुभव के बोनस अंक 30 दिये जाये । अतिथि शिक्षकों की विभागीय पात्रता परीक्षा से प्राप्तांको का 70% प्रतिशत जिसमे कुल योग 30+ 70 = 100 के अनुसार पद स्थायित्व और नियमित किया जाए।
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