उपेंद्र कुशवाहा आज शुक्रवार को जदयू से पूरी तरह मुक्त हो जाएंगे।
We News 24 Digital News» रिपोर्टिंग सूत्र / अमिताभ मिश्रा
पटना। नवगठित राष्ट्रीय लोक जनता दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा शुक्रवार को जदयू से पूरी तरह मुक्त हो जाएंगे। वे अभी विधान परिषद में जदयू के सदस्य हैं। उन्होंने नए दल के गठन के दिन ही विधान परिषद की सदस्यता से त्यागपत्र देने की घोषणा की थी। उस दिन विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर पटना से बाहर थे, इसलिए कुशवाहा का त्यागपत्र नहीं हो सका।
यह भी पढ़े-
सिमडेगा जिले के जगदीश बड़ाईक को दिल्ली में उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया
सभापति गुरुवार को पटना आ गए हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने उनसे बातचीत भी कर ली है। त्यागपत्र के लिए शुक्रवार का दिन निर्धारित हुआ है। कुशवाहा 17 मार्च, 2021 को विधान परिषद में राज्यपाल की ओर से नामित हुए थे। उनका कार्यकाल 16 मार्च, 2027 तक था। इस सीट के रिक्त होने की घोषणा के बाद बचे हुए कार्यकाल के लिए किसी नए सदस्य का मनोनयन होगा।
पूर्णिया में महागठबंधन की रैली में जुटेंगे बड़ी संख्या में लोग : शीला मंडल
परिवहन मंत्री शीला मंडल ने गुरुवार को जदयू के प्रदेश कार्यालय में आयोजित कार्यकर्ताओं के दरबार में माननीय मंत्री कार्यक्रम में लोगों की समस्याओं को सुनकर समाधान किया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि पूर्णिया में 25 फरवरी को महागठबंधन द्वारा आयोजित महारैली बड़ी संख्या में लोग जुटेंगे।
गृह मंत्री अमित शाह के दौरे संबंधी सवाल पर मंडल ने कहा कि सभी दल के लोग बिहार आते रहते हैं। बिहार आना एक बात है, जबकि यहां के लोगों की तरक्की और प्रदेश के विकास के लिए सोचना या काम करना बिल्कुल अलग बात है। मंत्री शीला मंडल ने कहा कि परिवहन विभाग 15 वर्ष पुरानी गाड़ियों को सड़क से हटाने की दिशा में काम कर रहा है।
प्रदेश में यान स्क्रिपिंग सुविधा केंद्र खोले जा रहे हैं। इसके लिए आवेदन की तिथि भी बढ़ाई गई है। अब तक पटना, वैशाली, सिवान, गोपालगंज, भागलपुर, बांका, दरभंगा, समस्तीपुर, मधुबनी, पूर्णिया, कटिहार, सहरसा एवं मधेपुरा में यान स्क्रिपिंग सुविधा केंद्र प्राधिकार पत्र निर्गत किए जा चुके हैं।
सफल मौन क्रांति के जनक हैं नीतीश कुमारः अशोक चौधरी
भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने गुरुवार को कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य में सफल मौन क्रांति के जनक हैं। जीविका के नाम से नीतीश कुमार द्वारा शुरू की गई योजना को तत्कालीन यूपीए सरकार ने पूरे देश में आजीविका के नाम से लागू किया।
मुख्यमंत्री की सामाजिक प्रतिबद्धता के अनुरूप समाज सुधार अभियान के अंतर्गत नशा-मुक्ति के पक्ष में, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के विरुद्ध 60 हजार से अधिक ग्राम संगठनों ने जागरूकता अभियान चलाया है। नशा-मुक्ति संबंधित लगभग 8.5 लाख पोस्टर सार्वजनिक स्थल पर लगाये गए।
उन्होंने कहा कि आधुनिक बिहार के शिल्पकार, कर्मयोगी, कालजयी सोच के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं को सामाजिक आर्थिक रूप के मजबूत बनाने हेतु एक नई व्यवस्था की शुरूआत की है, जिसे आज हम जीविका के रूप से जानते हैं।जीविका द्वारा ग्रामीण महिलाओं को संगठित कर 10.45 लाख स्वयं सहायता समूह का गठन किया जा चुका है। इस समूह में 1 करोड़ 30 लाख महिलाएं जुड़ी हैं।
वी न्यूज 24 फॉलो करें और रहे हर खबर से अपडेट
कोई टिप्पणी नहीं
कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद