• Breaking News

    बज़्म मोईन द्वारा अद्भुत कविता सत्र, "खुदा जाने कहाँ है मेरा बचपन

    बज़्म मोईन द्वारा अद्भुत कविता सत्र, "खुदा जाने कहाँ है मेरा बचपन


    We%2BNews%2B24%2BBanner%2B%2B728x90
    वी न्यूज 24 फॉलो करें और रहे हर खबर से अपडेट
    .com/img/a/ .com/img/a/  .com/img/a/  .com/img/a/  .com/img/a/  .com/img/a/

    We News 24 Digital News» रिपोर्टिंग सूत्र  अमिताभ मिश्रा 


    पटना : बज़्म मोईन के तत्वाधान में लखनऊ से आये मशहूर शायर सैयद अफ़ीफ़ सिराज रिज़वी, मुग़ल सराय से आये मशहूर शायर ज़िया अहसनी एवं सहरसा के शायर साबिर सहरसावी के सम्मान में एक बेहतरीन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता नाशाद औरंगाबादी व निजामत अतहर फरीदी ने की। 

    यह भी पढ़े-

    बिहार में भारत जोड़ो यात्रा में भीड़े कांग्रेसी, जमकर हुई हाथापाई और गाली-गलौज

    बिहार में भारत जोड़ो यात्रा में भीड़े कांग्रेसी, जमकर हुई हाथापाई और गाली-गलौज


    काव्य गोष्ठी में प्रो जलालुद्दीन बीएन कॉलेज पटना, सोहेल फारूकी, सलाहुद्दीन अनवर, काजिम रजा, सैयद बाबर इमाम, गुलाम रब्बानी अदील, हैदर इमाम हैदर, सलमान साहिल और मोईन गिरिडीहवी शामिल थे। काव्य गोष्ठी में नाशाद औरंगाबादी ने अपनी रचना "सब की किस्मत में नही शायर ए दोंरा होना, सख्त मुश्किल है यहां शाद का शादां होना! लखनऊ के सैयद अफीफ सिराज रिजवी ने "पिजमुर्दा ए गम फसले बहारॉ से अलग था: तन्हाई में था महफिल ए यारां से अलग था !

    यह भी पढ़े-

    .com/img/a/

    Earthquake death: तुर्किये और सीरिया में भूकंप से मरने वालो की संख्या बढकर हुआ 24 हजार से अधिक

    जिया अहसानी मुगल सराय ने "जिक्र ए शिकस्त भी हो जिया, जिक्र फतह में, मंजर के साथ हो पसे मंजर का तजकिरा पढ़ खूब वाहवाही बटोरी। वहीं साबिर सहरसावी सहरसा ने

    "सनद उनको देता हूं जन्नत की साबिर, जो दर ए मुस्तफा की जियारत करे है ! असर फरीदी ने "कश्ती ए जिस्त का पतवार नही हो सकता, वह मेरा यार है गमख्वार नही हो सकता!

    काजिम रजा "तेरी खिलवत में कोई आया है, उसका सदका उतार तन्हाई! सोहेल फारूकी "खुदा जाने कहां है मेरा बचपन, खिलौना टूट कर बिखर हुआ है पढ़ मंत्रमुग्ध कर दिया। सैयद बाबर इमाम ने "गर उसे पिन्हा में  रहना है तो फिर यूं ही सही, दीदा ए नाकाम में क्यों उजर ए बिनाई रखा! सलाह उद्दीन अनवर ने "जालिमों ने ओढ़ ली चादर शरीफों की सलाह, और जो मजलूम थे मुजरिम कहलवाये गये! मोईन गिरिदिहवी ने "दिखाए जो राहें पसीने बहा कर, यहां कोई ऐसा भी रहबर नहीं है!

    यह भी पढ़े-

    .com/img/a/

    दिल्ली बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष को पार्टी से निकाला,खुद की बेटी का अपहरण का किया था नाटक

    हैदर इमाम हैदर ने "खोला है कल को किसने अरमान की मुहुर्त, अमाल कुछ तो कर लें महशर की जमीं का! गुलाम रब्बानी अदील ने "उनके वादे की कुछ नही परवा, वह ईधर आये या ऊधर जाये! सलमान साहिल ने "दिल भी उस शख्श पे धड़का है कि जिसको मेरा, लाख कोशिश हो मगर फिर भी नही होना है, रचना को लोगों ने खूब सराहा।

         इस मौके पर बीएन कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. जलालुद्दीन ने इस शानदार और सफल सत्र के लिए प्रसन्नता प्रकट की और बज्म मोइन की सराहना की और बधाई  दी!

     वी न्यूज 24 फॉलो करें और रहे हर खबर से अपडेट

    .com/img/a/   .com/img/a/   .com/img/a/    .com/img/a/   .com/img/a/   .com/img/a/

    Header%2BAidWhatsApp पर न्यूज़ Updates पाने के लिए हमारे नंबर 9599389900 को अपने मोबाईल में सेव  करके इस नंबर पर मिस्ड कॉल करें। फेसबुक-टिवटर पर हमसे जुड़ने के लिए https://www.facebook.com/wenews24hindi और https://twitter.com/Waors2 पर  क्लिक करें और पेज को लाइक करें .

    कोई टिप्पणी नहीं

    कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद

    Post Top Ad

    Post Bottom Ad