उद्धव ठाकरे ने खेला बड़ा दांव, कहा- शिवसेना मराठी और उत्तर भारतीयों में कोई फर्क नहीं करती
We News 24 Digital News» रिपोर्टिंग सूत्र / अनिल पाटिल
मुंबई, पीटीआइ। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी मराठियों और मुंबई में बसे उत्तर भारतीयों में किसी भी तरह का अंतर नहीं करती। उनकी इस टिप्पणी को बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव से पहले अहम वोट बैंक तक पहुंचने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
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घृणा फैलाना और लोगों को बांटना हिंदुत्व नहीं है
उत्तर भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए ठाकरे ने एकता का आह्वान किया और कहा कि घृणा फैलाना और लोगों को बांटना हिंदुत्व नहीं है। मैं भाजपा से अलग हो गया, क्योंकि मैंने कभी हिदुत्व को नहीं छोड़ा। भाजपा हिंदुत्व नहीं है। उत्तर भारतीय इस बात का जवाब चाहते हैं कि हिंदुत्व क्या है। एक दूसरे से नफरत करना हिंदुत्व नहीं है। हम मराठी भाषी और मुंबई में बसे उत्तर भारतीय लोगों में अंतर नहीं करते।
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गलतफहमियों को भुला देने की अपील
पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर भारतीय समुदाय से पूर्व की गलतफहमियों को भुला देने की अपील की। गौरतलब है कि शिवसेना ने हमेशा स्वयं को मराठी भाषी लोगों के एकमात्र संरक्षक के रूप में पेश किया है। पूर्व में उत्तर भारतीयों के खिलाफ हिंसक आंदोलन का नेतृत्व किया है।
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