अगलगी की रोकथाम,पूर्व तैयारी हेतू एक दिवसीय कार्यशाला सह समीक्षात्मक बैठक
We News 24» रिपोर्टिंग / उमाशंकर गिरी
मुजफ्फरपुर : जिला आपदा प्रबंधन प्रशाखा, मुजफ्फरपुर के तत्वाधान में सभागार, समाहरणालय, मुजफ्फरपुर में अगलगी की रोकथाम, जोखिम न्यूनीकरण एवं पूर्व तैयारी हेतु एक दिवसीय कार्यशाला सह समीक्षात्मक बैठक का आयोजन श्री प्रणव कुमार, जिलाधिकारी, मुजफ्फरपुर की अध्यक्षता में किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन जिलाधिकारी द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
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कार्यशाला में श्री आशुतोष दृवेदी, उप विकास आयुक्त, श्री अनुपम श्रेष्ठ, सहायक समाहर्ता, डॉ अजय कुमार, अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन, डॉ बिरेन्द्र कुमार, सिविल सर्जन, ज्ञान प्रकाश, अनुमंडल पदाधिकारी, पूर्वी, श्री ब्रिजेश कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, पश्चिमी, श्री गौतम कुमार, जिला कमान्डेंट सह जिला अग्निशमन पदाधिकारी, श्री विकाश कुमार, प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन प्रशाखा सहित विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारी व अंचलाधिकारी उपस्थित रहे। कार्यशाला का संचालन श्री मो० साकिब खान, कंसल्टेंट/डी०एम० प्रोफेशनल, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के द्वारा किया गया।
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कार्यशाला में जिला स्तरीय सभी वरीय पदाधिकारी एवं संबंधित विभागों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग कर गर्मी के दिनों में होने वाली अगलगी की घटनाओ के रोकथाम तथा न्यूनीकरण पर विचार विमर्श किया, साथ ही पूर्व तैयारी के स्तर को बेहतर बनाने व अग्नि सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु विभागवार रणनीति बनाई गई। सर्वप्रथम श्री मो० साकिब खान, कंसल्टेंट/डी०एम० प्रोफेशनल द्वारा पीपीटी प्रस्तुतिकरण के माध्यम से जिले में अगलगी की वर्तमान स्थिति, अग्निशमन के न्यूनीकरण हेतु किये जा रहे प्रयास, विभागीय मानक संचालन प्रक्रिया, उपलब्ध संसाधन, चिन्हित हॉटस्पॉट आदि के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी साझा की गयी। उन्होंने 3 वर्षों के अगलगी के आंकड़ों के माध्यम से बताया कि वर्तमान में अगलगी की घटनाओं में कमी आयी है परन्तु अभी भी मुजफ्फरपुर जिला बिहार में अगलगी के दृष्टिकोण से अति संवेदनशील जिलों की श्रेणी में आता है, अगलगी न्यूनीकरण हेतु निरंतर प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि सौर उर्जा के प्रयोग से ग्रामीण क्षेत्रों में झोंपड़ी तथा पशुबाड़े में अगलगी की रोकथाम हो सकती है।
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