बिहार में गठबंधन सरकार चलाना मुश्किल ,बीजेपी के नेता और मंत्री बोले
We News 24»औरंगाबाद, बिहार
गौतम कुमार की रिपोर्ट
औरंगाबाद: बिहार के एनडीए सरकार में इस बार भाजपा है 'बड़े भाई और जदयू है छोटे भाई उसके वावजूद मुख्यमंत्री है नीतीश कुमार सत्ता की बागडोर है उनके हाथो में । ये दर्द भाजपा के कई नेता रह-रहकर शूल के तरह चुभता है और इसी दर्द को साझा करते रहते हैं। बिहार सरकार में मंत्री और भाजपा के नेता सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार में काम करना बहुत चुनौतीपूर्ण है, चार पार्टियों के गंठबंधन से सरकार चल रही है, ऐसी परिस्थियों में बहुत सी चीजों को सहना भी पड़ता है।
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भारतीय जनता युवा मोर्चा के एक कार्यक्रम में बोलते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार में हम गठबंधन की सरकार चला रहे हैं। यह हमारी स्वतंत्र सरकार नहीं है। बगल के प्रदेशों में हम स्वतंत्र सरकार चलाते हैं। चाहे उत्तर प्रदेश हो, मध्य प्रदेश हो या झारखंड में जब हमारी सरकार थी तो हमारा नेतृत्व होता था और हम चीजों को स्थापित करते थे और स्वाभाविक है कि अपना नेतृत्व होने पर बहुत आसान हो जाता था।
उन्होंने आगे कहा कि बिहार में हम लोगों के लिए बहुत चैलेंजिंग है। बिहार में काम करना, बिहार की सरकार के साथ काम करना क्योंकि 2 नहीं चार-चार विचारधारा एक साथ लड़ता है। JDU के साथ या VIP के साथ सभी चार तरह की पार्टियों के गठबंधन की सरकार चल रही है, ऐसे परिस्थिति में बहुत सी चीजों को सहना भी पड़ता है।
जेडीयू के पास सीएम पद को लेकर दर्द जाहिर करते हुए उन्होंने कहा, "गठबंधन के नेतृत्व में आज नीतीश जी 43 सीट जीतकर आए और हम 74 सीट जीतकर आए तब भी हमने मुख्यमंत्री माना, ये कोई नई बात नहीं है, जब नीतीश जी 37 सीट जीतकर आए थे 2000 में और 68-69 सीट जीतकर भाजपा आई थी तब भी नीतीश जी को मुख्यमंत्री पार्टी ने माना था, क्योंकि इस पार्टी को पूरी तरह सम्मुख बनाने की जरूरत थी।"
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