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    Jharkhand: के लातेहार में दो बच्चे का नरबली के लिए निर्मम हत्या ,इलाके में दहशत


    We News24 Hindi »लातेहार झारखण्ड  
    संवाददाता तारिक अजीज नागमणि की रिपोर्ट 

    झारखंड : के लातेहार के मनिका थाना क्षेत्र के सेमर हट गांव में नरबली का मामला सामने आया है |  दो बच्चे की निर्मम हत्या कर  हत्या के बाद दोनों बच्चे को रेत में गाड़ दिया गया था। इस खबर से इलाके में हडकंप मच गया है लोगो में खौफ व्यापत है | 


    शव से धर गायब 

    जब इस घटना की खबर पुलिस को लगी तो घटना स्थल पर पहुँच  शव को बरामद किया तो बच्चों का सर धड़ से गायब था। दोनों बच्चे सेमर हट गांव निवासी वीरेंद्र उराव का पुत्र निर्मल उराव 11 वर्ष और बिहारी उरांव की पुत्री 10 वर्ष बताई गई है। दोनों की हत्या गांव का ही सुनील उरांव ने की है। दोनों की हत्या के बाद हत्यारा सर लेकर भाग गया। 

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    परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार की शाम से ही बच्चे गायब थे। रात में परिजनों ने बच्चे की काफी खोजबीन किया किंतु नहीं मिले। सुबह अपने पुत्र को खोजने निकले वीरेंद्र गांव की नजर सुनील उरांव पर पड़ी तो वह हड़बड़ा गया। उस समय वह गड्ढा खोदकर कुछ गाड़ रहा था। इस बारे में वीरेंद्र ने पूछा तो बोला कि मुर्गा गाड़ रहे हैं। संदेह होने पर वीरेंद्र ने अन्य गांव वालों को इसकी जानकारी दी तब तक हत्यारा भाग खड़ा हुआ। 


    बताया जाता है कि दोनों बच्चों का सर एक झोला में लेकर किसी वाहन से फरार हो गया। ग्रामीणों की माने तो दोनों बच्चों को वह पूजाई कर हत्या कर दिया। हत्यारा का घर अभी सील है। रांची से फॉरेंसिक टीम पहुंचने पर दरवाजा खोला जाएगा। सदर एसडीएम के देखरेख में बॉडी को निकाला गया है।

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    मृतक के परिजनों के अनुसार सेमरहत गांव निवासी सुनील उरांव ओझा गुणी का काम करता है। मंगलवार को उसने गांव के ही वीरेंद्र ग्राम के बेटे निर्मल उरांव (8 वर्ष) की बलि दे दी और शव को अपने आंगन में दफना दिया। इसी गांव की एक दूसरी बच्ची भी मंगलवार से गायब है अनुमान लगाया जा रहा है कि सुनील ने उसकी भी बलि दे दी होगी। हालांकि इस बात की अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। ग्रामीणों के अनुसार बीती शाम से ही सुनील के घर में बाहर से ताला बंद है।



    फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट भी पहुंचे

    घटनास्थल पर फिंगरप्रिंट विशेषज्ञों की टीम पहुंची और और एक एक बिंदु पर तहकीकात शुरू कर दी। हलांकि अभी तक आरोपित के घर का दरवाजा नहीं खोला गया है। बंद घर का दरवाजा खुलने के इंतजार में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौके पर ही उपस्थित हैं।

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    पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। मजिस्ट्रेट नियुक्ति के बाद ही शव की बरामदगी कर घर का ताला तोड़ कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

    प्रभाकर मुंडा, थाना प्रभारी मनिका।


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