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    भारत-चीन सैनिकों के हिंसक झड़प में भारतीय सेना के अफसर समेत दो जवान शहीद




    We News 24 Hindi »नई दिल्ली 

    नई दिल्ली /खुशबु सिंह  की रिपोर्ट 



    नई दिल्ली: भारत-चीन के बीच जारी तनाव के बीच पूर्व लद्दाख की गलवान घाटी भारत-चीन के बीच सीमा विवाद का अहम केंद्र है। चारों तरफ बर्फीली वादियों से घिरी इस घाटी में ही श्‍योक और गलवान नदियों का मिलन होता है। सोमवार रात यहीं पर भारत और चीन के सैनिक टकराए। हिंसक झड़प हुई जिसमें भारत का एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए।1975 के बाद बाद पहली बार LAC पर गोली चली है. झड़प में चीन के सैनिक भी मारे गए हैं.  LAC झड़प के बाद चीन की ओर से बयान जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि भारत से बातचीत के जरिये विवाद को सुलझाएंगे. 

    चीन ने गलवान घाटी में की घुसपैठ। (गूगल मैप्‍स)

    साल 1961 में भारत ने पहली बार यहां कब्‍जा किया और आर्मी पोस्‍ट बनाई। इस घाटी के दोनों तरफ के पहाड़ रणनीतिक रूप से सेना को एडवांटेज देते हैं। इसके अलावा गलवान नदी जिस श्‍योक नदी में मिलती है, उसके ठीक बगल से भारतीय सेना की एक सड़क गुजरती है। 1961-62 के बाद से यह घाटी शांत रही है। पिछले दो दशकों में यहां दोनों सेनाओं के बीच कोई झड़प भी नहीं हुई थी। मगर 5 मई के बाद, चीनी सेना गलवान घाटी में अपनी क्‍लेन लाइन से 2 किलोमीटर आगे चली आई है और भारत की सड़क से दो किलोमीटर दूर है।

    श्‍योक नदी के ठीक बगल से गुजरती है रोड। (गूगल मैप्‍स)


    LAC पर कोई गोली नहीं चली

    सेना से मिली जानकारी के मुताबिक, LAC पर कोई गोली नहीं चली. सिर्फ हिंसक झड़प हुई है. और इस झड़प में भारतीय सेना के एक कमांडिंग ऑफिसर समेत दो जवान शहीद हो गए हैं. चीन के सैनिकों को हटाने के दौरान हिंसक झड़प हुई. भारतीय सेना की ओर से आधिकारिक बयान जारी किया गया है. इसके मुताबिक, "गलवान घाटी में सोमवार की रात को डि-एस्केलेशन की प्रक्रिया के दौरान भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई. 

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    इस दौरान भारतीय सेना के एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए हैं. दोनों देशों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी इस वक्त इस मामले को शांत करने के लिए बड़ी बैठक कर रहे हैं." 
    गलवान घाटी में पिछले एक माह से डि-एस्केलेशन की प्रक्रिया चल रही है. इसी प्रक्रिया के दौरान चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प हो गई. सूत्रों के मुताबिक, चीनी सैनिक पीछे हटने को तैयार नहीं थे. गलवान वैली में 6 जून की मीटिंग के बाद सैनिकों को पीछे हटने की प्रक्रिया चल रही थी. 6 जून को कोर कमांडरों की बैठक हुई थी. इसमें तय हुआ था कि सैनिक पीछे हटेंगे. 

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    रक्षा मंत्री की तीनों सेना प्रमुखों के साथ बैठक
    LAC पर भारत-चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की तीनों सेना प्रमुखों के साथ बैठक जारी है. बैठक में सीडीएस बिपिन रावत भी शामिल हैं. विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी मीटिंग में मौजूद हैं. 


    LAC झड़प के बाद चीन की ओर से बयान जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि भारत से बातचीत के जरिये विवाद को सुलझाएंगे. सीमा पर शांति के लिए बातचीत करेंगे. भारतीय सेना के सूत्रों के मुताबिक, भारतीय मेजर जनरल और चीनी मेजर जनरल के बीच गलवान घाटी, लद्दाख और अन्य क्षेत्रों में मंगलवार रात को हुई झड़प के बाद उपजे तनाव कम करने के लिए बातचीत जारी है.  

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