भारत-चीन सैनिकों के हिंसक झड़प में भारतीय सेना के अफसर समेत दो जवान शहीद
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नई दिल्ली /खुशबु सिंह की रिपोर्ट
नई दिल्ली: भारत-चीन के बीच जारी तनाव के बीच पूर्व लद्दाख की गलवान घाटी भारत-चीन के बीच सीमा विवाद का अहम केंद्र है। चारों तरफ बर्फीली वादियों से घिरी इस घाटी में ही श्योक और गलवान नदियों का मिलन होता है। सोमवार रात यहीं पर भारत और चीन के सैनिक टकराए। हिंसक झड़प हुई जिसमें भारत का एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए।1975 के बाद बाद पहली बार LAC पर गोली चली है. झड़प में चीन के सैनिक भी मारे गए हैं. LAC झड़प के बाद चीन की ओर से बयान जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि भारत से बातचीत के जरिये विवाद को सुलझाएंगे.
चीन ने गलवान घाटी में की घुसपैठ। (गूगल मैप्स) |
साल 1961 में भारत ने पहली बार यहां कब्जा किया और आर्मी पोस्ट बनाई। इस घाटी के दोनों तरफ के पहाड़ रणनीतिक रूप से सेना को एडवांटेज देते हैं। इसके अलावा गलवान नदी जिस श्योक नदी में मिलती है, उसके ठीक बगल से भारतीय सेना की एक सड़क गुजरती है। 1961-62 के बाद से यह घाटी शांत रही है। पिछले दो दशकों में यहां दोनों सेनाओं के बीच कोई झड़प भी नहीं हुई थी। मगर 5 मई के बाद, चीनी सेना गलवान घाटी में अपनी क्लेन लाइन से 2 किलोमीटर आगे चली आई है और भारत की सड़क से दो किलोमीटर दूर है।
श्योक नदी के ठीक बगल से गुजरती है रोड। (गूगल मैप्स) |