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    भारतीय सेना ने 600 चीनियों को खदेड़ा दर्जनों चीनी सैनिकों की हड्डियां तोड़ी , चीन बोला-हालात स्थिर

    भारतीय सेना ने 600 चीनियों को खदेड़ा दर्जनों चीनी सैनिकों की हड्डियां तोड़ी , चीन बोला-हालात स्थिर


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    We News 24 Digital»रिपोर्टिंग सूत्र  विवेक श्रीवास्तव 

    नई दिल्ली : अरुणाचल के तवांग में 9 दिसंबर को भारत और चीन के सैनिकों में हाथापाई हुई। 600 चीनी सैनिकों ने 17 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित भारतीय पोस्ट को हटाने के लिए घुसपैठ की कोशिश की थी। यह पोस्ट यांगत्से में है। भारतीय सैनिकों ने चीनियों को खदेड़ दिया।


    राजनाथ सिंह ने घटना के 5 दिन बाद मंगलवार दोपहर 12 बजे लोकसभा में इस घटना पर 3 मिनट जवाब दिया। कहा- हमारे सैनिकों को कोई गंभीर चोट नहीं है और न ही कोई मारा गया है। इसके करीब एक घंटे बाद चीन ने भी बयान दिया पर उसने तवांग का नाम तक नहीं लिया। इतना कहा कि इंडियन बॉर्डर पर हालात स्थिर हैं।


    9 दिसंबर को हुई इस घटना और अब तक क्या हुआ


     लाठी-डंडे से लैस चीनी घुसपैठ करने आए

    9 दिसंबर को 600 चीनी सैनिक घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। वे कंटीले लाठी डंडे और इलेक्ट्रिक बैटन से लैस थे। भारतीय सेना भी इस बार पूरी तरह तैयार बैठी थी। हमारी सेना ने भी कंटीले लाठी-डंडों से उनको जवाब दिया। इसमें दर्जनों चीनी सैनिकों की हड्डियां टूटी हैं।


    तवांग में झड़प के बाद फ्लैग मीटिंग हुई, चीन से कहा- ऐसी हरकत न करें

    भारत के जवाबी हमले के बाद 11 दिसंबर को फ्लैग मीटिंग हुई और मसला शांत हुआ। विवाद वाली जगह से फिलहाल दोनों देशों की सेनाएं हट गई हैं। चीन को ऐसे एक्शन के लिए मना किया गया और शांति बनाए रखने को कहा। कूटनीतिक स्तर पर भी मुद्दा उठाया गया।


     अरुणाचल के CM और भाजपा सांसद बोले- मार नहीं खाएंगे, मुंहतोड़ जवाब देंगे

    तवांग में भारत-चीन के आमने-सामने होने पर अरुणाचल के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कहा- यांगत्से मेरे विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है और हर साल मैं क्षेत्र के जवानों और ग्रामीणों से मिलता हूं। यह अब 1962 नहीं है। अगर कोई अतिक्रमण करने की कोशिश करता है, तो हमारे बहादुर सैनिक उन्हें जवाब देंगे। ईंट का जवाब पत्थर से नहीं, ईंट का जवाब लोहे से दे रही है हमारी वीर भारतीय सेना।

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    वहीं, अरुणाचल ईस्ट से भाजपा सांसद तपीर गाओ ने कहा कि बॉर्डर से हमारे सैनिक एक इंच भी नहीं हटेंगे। अगर चीनी सैनिक बॉर्डर के अंदर घुसने की कोशिश करते हैं तो हम उनको सबक सिखाएंगे। हम बॉर्डर पर मार नहीं खाएंगे, बल्कि मुंहतोड़ जवाब देंगे।


     संसद में राजनाथ और बाहर शाह ने दिया जवाब

    राजनाथ ने लोकसभा में कहा- हमारी सेनाएं भौमिक अखंडता को सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। किसी भी प्रयास को रोकने के लिए तत्पर हैं। विश्वास है सदन सेनाओं की वीरता और साहस को समर्थन देगा। यह संसद बिना किसी संशय के भारतीय सेना के शौर्य, पराक्रम और क्षमता का अभिनंदन करेगी।

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    तवांग झड़प को लेकर संसद में भारी हंगामा हुआ। गृहमंत्री अमित शाह ने संसद के बाहर कहा कि भारत की एक इंच जमीन पर चीन ने कब्जा नहीं किया। कांग्रेस ने प्रश्न काल चलने नहीं दिया। शाह ने कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन का प्रश्न काल में जिक्र था। इस फाउंडेशन को चीन से 1.38 करोड़ रुपए मिले थे। कांग्रेस शासन में 1962 में चीन ने हजारों एकड़ जमीन हड़प ली थी।


    रक्षा मंत्री के बयान के बाद चीन का बयान भी आया


     रक्षा मंत्री के बयान के बाद चीन का बयान भी आया

    रक्षा मंत्री के बयान के बाद चीन ने भी अपना बयान जारी किया। न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक, चीन ने कहा- भारतीय सीमा पर हालात स्थिर हैं। हमने भारत से कहा है कि वह सीमा पर शांति स्थापित करने में हमारी मदद करे।


    झड़प के बाद मोर्चे पर लड़ाकू विमान, अरुणाचल में 3 बार चीनी ड्रोन घुसपैठ रोकी

    तवांग में भारत और चीन के सैनिकों की झड़प के बाद इंडियन एयरफोर्स (IAF) ने अरुणाचल सीमा पर कॉम्बैट एयर पेट्रोलिंग, यानी जंगी उड़ानें शुरू कर दी हैं। तवांग में हुई झड़प से पहले भी चीन ने अरुणाचल सीमा में अपने ड्रोन भेजने की कोशिश की थी। इसके बाद IAF ने तुरंत अपने लड़ाकू विमान अरुणाचल सीमा पर तैनात किए थे। 


    अरुणाचल के तवांग में 9 दिसंबर को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प


     झड़प के वीडियो वायरल हुए, यूजर बोले- 

    अरुणाचल के तवांग में 9 दिसंबर को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प का जिक्र वर्ल्ड मीडिया में भी हो रहा है। हॉन्गकॉन्ग के साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने कहा कि झड़प के तुरंत बाद दोनों सेनाएं अपने इलाकों में लौट गईं।


    BBC ने लिखा- झड़प में भारत से ज्यादा नुकसान चीन के सैनिकों को होने की खबर है। सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो भी वायरल हो रहे हैं। यूजर्स कह रहे हैं कि ये तवांग झड़प के वीडियो हैं। 

     पिछले साल भी 200 चीनी सैनिकों ने की थी घुसपैठ की कोशिश

    पिछले साल इसी क्षेत्र में 200 चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की कोशिश की थी। तब भी भारतीय सैनिकों ने इसे नाकाम कर दिया था। तब पेट्रोलिंग के दौरान सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने हो गए थे और कुछ घंटों तक यह सिलसिला चला था। हालांकि इसमें भारतीय जवानों को कोई नुकसान नहीं हुआ और प्रोटोकॉल के मुताबिक बातचीत से विवाद सुलझा लिया गया।

    2 साल पहले गलवान में हुई थी झड़प, हमारे 20 सैनिक शहीद हुए, चीन के 38 मारे गए


    2 साल पहले गलवान में हुई थी झड़प, हमारे 20 सैनिक शहीद हुए, चीन के 38 मारे गए

    15 जून 2020 को लद्दाख के गलवान घाटी में दोनों सेनाओं के बीच झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे, जबकि चीन के 38 सैनिक मारे गए थे। हालांकि, चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी ने 4 सैनिक मारे जाने की बात ही कबूली थी।

    चीन ने अरुणाचल से लगे इलाके में बदले थे 15 जगहों के नाम


    चीन ने अरुणाचल से लगे इलाके में बदले थे 15 जगहों के नाम

    पिछले साल, चीन ने अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगे क्षेत्र में 15 स्थानों के नाम चीनी और तिब्बती रख दिए थे। चीन की सिविल अफेयर्स मिनिस्ट्री ने कहा था- यह हमारी प्रभुसत्ता और इतिहास के आधार पर उठाया गया कदम है। यह चीन का अधिकार है। दरअसल, चीन दक्षिणी तिब्बत को अपना क्षेत्र बताता है। उसका आरोप है कि भारत ने उसके तिब्बती इलाके पर कब्जा करके उसे अरुणाचल प्रदेश बना दिया। इसके पहले 2017 में चीन ने 6 जगहों के नाम बदले थे।

    इमेज बचाने के लिए मुद्दे को दबा रही सरकार: जयराम


    इमेज बचाने के लिए मुद्दे को दबा रही सरकार: जयराम

    कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि हमें भारतीय सेना के शौर्य पर गर्व है। सीमा पर चीन की हरकतें पूरी तरह से अस्वीकार्य हैं। हमने पिछले दो सालों में बार-बार सरकार को जगाने की कोशिश की, लेकिन मोदी सरकार सिर्फ अपनी राजनीतिक छवि को बचाने के लिए इस मसले को दबाने में जुटी है। इससे चीन का दुस्साहस बढ़ रहा है।

    केजरीवाल बोले- जवानों के शौर्य को सलाम


    केजरीवाल बोले- जवानों के शौर्य को सलाम

    दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सैनिकों के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना की है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'हमारे जवान देश की शान हैं। उनके शौर्य को मैं सलाम करता हूं और ईश्वर से उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।'

    सरकार अपने चुनावी एजेंडे में व्यस्त: प्रियंका चतुर्वेदी


    सरकार अपने चुनावी एजेंडे में व्यस्त: प्रियंका चतुर्वेदी

    शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्र पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा कि चीन के जमीन हड़पने का एक और दिन, लेकिन भारत सरकार अपने चुनावी एजेंडे में व्यस्त है। A- लाल आंख। B- इस चिंता को उठाने वाले सभी लोगों को एंटी नेशनल टैग। C- मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।

    ओवैसी बोले- आज संसद में यह मुद्दा उठाऊंगा


    ओवैसी बोले- आज संसद में यह मुद्दा उठाऊंगा

    AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने ट्विटर पर लिखा कि भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच एक बड़ी झड़प हुई है, लेकिन सरकार ने देश को कई दिनों तक अंधेरे में रखा। संसद सत्र चल रहा है फिर भी इस बारे में जानकारी क्यों नहीं दी गई। अभी घटना का ब्योरा अधूरा है। झड़प की वजह क्या थी? गोलियां चली थीं या गलवान जैसा था? कितने सैनिक घायल हुए हैं? उनकी हालत क्या है? संसद सैनिकों को अपना सार्वजनिक समर्थन क्यों नहीं दे सकती है? संसद में इस पर तत्काल चर्चा की जरूरत है। कल मैं इस मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव पेश करूंगा।

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