Maharashtra Violence :- अकोला बाद अब शेवगांव में हिंसा और बवाल, बेबस है पुलिस ,क्या कर रही है महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ?
- रामनवमी के दौरान प्रदेश के कई जगहों पर हुई हिंसा
- शेवगांव में क्यों भड़की हिंसा
- अकोला में हिंसा के बाद अब क्या स्थिति?
We News 24 Digital News» रिपोर्टिंग सूत्र / एजेंसी
महाराष्ट्र : के अकोला और शेवगांव में हिंसा के बाद तनाव अब भी कायम है. इन दोनों घटनाओं में पुलिस बेबस नजर आई. उपद्रवियों ने पुलिस पर भी जमकर पत्थर बरसाए, जिसकी वजह से 4 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए. सूबे के सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की ओर से अभी तक इन घटनाओं पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर शिंदे और फडणवीस ने क्यों चुप्पी साध रखी है?
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दोनों जगहों पर उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया है. गाड़ियों में आग लगा दी. जमकर पत्थरबाजी हुई. अकोला में हिंसा के बाद एक शख्स की लाश भी मिली. अकोला में विवाद की वजह बेहद मामूली थी. अकोला में इंस्ट्राग्राम पर एक समुदाय विशेष के धर्मगुरु के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया था. इसकी शिकायत लेकर काफी संख्या में लोग थाने पहुंचे थे. तभी भीड़ आक्रोशित हो गई और गाड़ियों में आग लगानी शुरू कर दी. इसके बाद दूसरे गुट के लोग भी मौके पर पहुंचे और पत्थरबाजी करने लगे.
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अकोला में हिंसा के बाद अब क्या स्थिति?
वहीं, पुलिस ने जब मामले को शांत कराने की कोशिश की तो उपद्रवी पुलिसकर्मियों पर भी पत्थर बरसाने लगे. हमले में कुल आठ लोग जख्मी हुए, जिनमें दो पुलिसकर्मी भी चोटिल हुए हैं. अकोला के एसपी संदीप घुगे के मुताबिक, इलाके में पुलिस की कई टीमें तैनात हैं. कोई भी उपद्रव की सूचना नहीं है और स्थिति नियंत्रण में हैं.
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शेवगांव में क्यों भड़की हिंसा
वहीं, शेवगांव में हिंसा तब भड़की जब छत्रपति संभाजी महाराज की जयंती का जुलूस निकाला जा रहा था. तभी यह जुलूस एक दूसरे समुदाय के धार्मिक स्थल के पास से गुजरा. इस दौरान जुलूस निकाल रहे युवाओं ने नारेबाजी की. तो दूसरे समुदाय के लोगों ने भी नारेबाजी की. इसके बाद बातों ही बातों में विवाद शुरू हो गया और दोनों समुदायों के बीच पत्थरबाजी शुरू हो गई. पुलिस ने अबतक इस मामले में 31 लोगों को हिरासत में लिया है. बताया जा रहा है कि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण करने के लिए हल्का बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज किया.
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रामनवमी के दौरान प्रदेश के कई जगहों पर हुई हिंसा
इससे पहले रामनवमी पर हावड़ा शहर के शिबपुर में हिंसा देखने को मिली थी. वहीं, मुंबई के मालवानी इलाके में शोभायात्रा के दौरान दो गुट आमने-सामने आ गए थे और जमकर पत्थरबाजी हुई थी. महाराष्ट्र के संभाजीनगर से भी हिंसा की खबरें आईं. हिंसा के दौरान कई लोग जख्मी हुए थे और पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई थीं.
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